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सीबीएसई के निर्देश, अंक अपलोड करने को खोला पोर्टल, लापरवाह स्‍कूलों की जारी होगी सूची

सी‍बीएसई (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) ने 22 जुलाई तक अंकों को अपलोड करने के लिए पोर्टल खोल दिया है। इस पोर्टल में 12वीं के अंक अपलोड करने होंगे। स्कूल नंबर अपलोड करने में गलती करता है तो रिजल्ट होगा लेट।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Tue, 20 Jul 2021 08:23 AM (IST)Updated: Tue, 20 Jul 2021 08:23 AM (IST)
सीबीएसई के निर्देश, अंक अपलोड करने को खोला पोर्टल, लापरवाह स्‍कूलों की जारी होगी सूची
सीबीएसई ने सभी स्‍कूलों को दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं।

पानीपत, जागरण संवाददाता। दसवीं के बाद सीबीएसई ने 11वीं व 12वीं के अंकों के लिए पोर्टल खोल दिया है, जो 22 जुलाई तक खुला रहेगा। जो स्कूल समय पर अंक अपडेट नहीं कर पाएंगे, उन स्कूलों के परीक्षा परिणाम लेट हो सकते हैं। सीबीएसई की ओर से सभी स्कूल प्रिंसिपल और प्रमुखों को कहा गया है कि वह इस निर्देश का पालन करें। बोर्ड 31 जुलाई तक परीक्षा परिणाम घोषित करने की घोषणा कर चुका है। स्कूलों को निर्देशों का पालन करते हुए 22 जुलाई तक फाइनल मूल्यांकन अपलोड करना होगा। इसके बाद सुधार का कोई मौका नहीं मिलेगा। अगर कोई स्कूल मूल्यांकन अपलोड नहीं करते हैं तो ऐसे स्कूलों की बोर्ड अलग से सूची जारी करेगा।

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इस समय 11वीं और 12वीं कक्षा के माक्र्स का माडरेशन बड़ी जिम्मेदारी है। बोर्ड ने स्कूलों से ईमानदारी के साथ अंक माडरेट करके अपलोड करने को कहा है। बोर्ड का कहना है कि कमेटी को अपना काम बोर्ड की तरफ से करना है। स्कूलों के कहे अनुसार नहीं। दसवीं के अंक अपलोड करने की तारीख 17 जुलाई तक थी।

दो सेक्शन में साफ्टवेयर

साफ्टवेयर दो सेक्शन में है। पहला विषय वाइज माडरेशन व दूसरा ओवर आल माडरेशन। टेबुलेशन की पूरी सीट में 10वीं, 11वीं व 12वीं प्रेक्टिकल और प्रोजेक्ट के नंबर दिखेंगे। बोर्ड ने साफ शब्दों में कहा है कि माडरेशन के बाद स्कूल ठीक से डाटा अपलोड करे। क्योंकि एक बार डाटा अपलोड होने के बाद सुधार या एडिङ्क्षटग की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी। स्कूल द्वारा डाटा में किए जाने वाले बदलाव को बोर्ड अपने पास रिकार्ड में रखेगा।

क्या है माडरेशन आफ माक्र्स

माक्र्स का माडरेशन एक ऐसा प्रोविजन है, जिसमें उन छात्रों को ग्रेस माक्र्स दिए जाते हैं, जो थोड़े अंकों से फेल होने वाले होते हैं। इसके अलावा इस पालिसी में कठिन प्रश्नपत्र या गलत प्रश्नों के लिए भी ग्रेस माक्र्स देने का प्रविधान है। अब चूंकि कोरोना के चलते सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं भी नहीं हो सकी हैं। लिहाजा इस पालिसी के तहत 12वीं के छात्रों का रिजल्ट तैयार किया जाना है। इसके लिए 11वीं और पिछले तीन साल के अंकों को ध्यान में रखकर माक्र्स माडरेशन करना है।

सभी स्कूलों को जारी कर दिया है पत्र

सीबीएसई की सिटी कोआर्डिनेटर विनीता तोमर ने बताया कि बोर्ड ने पहले दसवीं के अंकों में संपादन के लिए 17 जुलाई तक मौका दिया था। अब 12वीं के अंकों को माडरेट करने के लिए 22 जुलाई तक का समय दिया गया है। अंक अपलोड करने के बाद एडिङ्क्षटग (संपादन) नहीं की जा सकेगी। उनकी तरफ से सभी स्कूलों को अवगत करा दिया गया है।


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