सीबीएसई ने गलत अंक मिलने की शिकायतों पर उठाया ये बड़ा कदम, इस तरह चेक होगी आंसर शीट
सीबीएसई ने गलत अंक मिलने की शिकायतों के निपटारे के लिए बड़ा कदम उठाया है। अब टीम बनाकर उत्तर पुस्तिका चेक की जाएगी। एक उत्तर पुस्तिका की जांच चार बार होगी। इसके बाद कंप्यूटर से भी मिलान किया जाएगा।
सीबीएसई ने गलत अंक मिलने की शिकायतों के निपटारे के लिए उठाया ये बड़ा कदम, इस तरह चेक होगी आंसर शीट
द्यार्थियों को अंक सत्यापन के लिए भटकना न पड़े, चार बार चेक होगी एक उत्तरपुस्तिका-
-परीक्षा से पहले ही मूल्यांकन की तैयारी में जुटा सीबीएसई
यमुनानगर/जगाधरी, जेएनएन। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड(सीबीएसई) की ओर से जारी दसवीं व बाहरवीं की मार्क्सशीट में इस बार अंकों से संबंधित गलतियां नहीं मिलेंगी। एक बार उत्तर पुस्तिका को जांचने के बाद उसे तीन अन्य शिक्षकों द्वारा क्रॉस चेक किया जाएगा। इसके बाद कंप्यूटर में भी अंकों का मिलान होगा। बोर्ड अधिकारियों का कहना है कि इस योजना के तहत कार्य करने से विद्यार्थियों की ओर से अंकों के सत्यापन के लिए आने वाली शिकायतें ना के बराबर रहेगी।
सीबीएसई दसवीं व बाहरवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाएं चार मई से शुरू होंगी। लेकिन बोर्ड अधिकारियों ने उत्तर पुस्तिका जांचने के लिए अभी से कमर कस ली है। बोर्ड अधिकारियों का कहना है कि सभी स्कूलों को पत्र भेजकर स्टाफ संबंधी जानकारी मांगी गई है। ताकि उसके बाद मूल्यांकन टीमों का गठन कर आगमी रणनीति को अमलीजामा पहनाया जा सकें। बोर्ड अधिकारियों की मानें तो परीक्षा शुरू होने के एक सप्ताह बाद ही मूल्यांकन कार्य शुरू कर दिया जाएगा। दसवीं की परीक्षाएं सात जून व 12वीं की 11 जून को संपन्न होगी। मूल्यांकन कार्य में तेजी व सतर्कता के जरिए बोर्ड जुलाई के पहले सप्ताह में परीक्षा परिणाम घोषित करने की रणनीति पर काम कर रहा है।
शिक्षकों की टीम बनाकर जांची जाएगी उत्तर पुस्तिकाएं
सीबीएसई अधिकारियों का कहना है कि उत्तर पुस्तिका जांचने के लिए चार-चार शिक्षकों की टीम तैयार की जाएगी। उत्तर पुस्तिका को जांचने के बाद तीन बाद उसे क्रास चेक करवाया जाएगा। मूल्यांकन के कार्य में जुड़ी सभी टीमों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए जाएंगे। इसके बाद कंप्यूटर के माध्यम से अंकों का मिलान किया जाएगा। इस योजना के तहत कार्य करने से गलती की गुंजाइश ना के बराबर होगी।
बढ़ाई जाएगी मूल्यांकन केंद्रों की संख्या
कोरोना काल में सीबीएसई ने जहां परीक्षा केंद्रों की संख्या में इजाफा करने का निर्णय लिया है, वहीं उसी तर्ज पर मूल्यांकन केंद्रों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। मूल्यांकन कार्य को सहज बनाने के उद्देश्य से परीक्षकों को एक सत्र में 20 कापियां ही जांचने के लिए दी जाएगी। इससे शिक्षकों पर मूल्यांकन के समय दबाव तो कम रहेगा ही, साथ ही कार्य में कुशलता भी आएगी।
क्या है अंक सत्यापन प्रक्रिया
विद्यार्थियों को लगता है कि किसी पेपर में उसे कम नंबर दिए गए हैं, जबकि वह ज्यादा का हकदार था। तो वह बोर्ड के पास अंक सत्यापन के लिए आवेदन करता है। जिसके बाद बोर्ड उसकी उत्तर पुस्तिका में दिए गए नंबरों का मिलान मार्कशीट के साथ करते हैं। अगर कहीं पर कोई अंक छूट गया है, तो उसे मार्कशीट के अंकों में जोडक़र दोबारा मॉर्कशीट जारी कर दी जाती है।
क्या कहते हैं अधिकारी
सीबीएसई स्कूल के जिला को-ओडिनेटर तपोश भट्टाचार्य ने कहा कि सीबीएसई ने इस बार टीम बनाकर मूल्यांकन कार्य करने का निर्णय लिया है। एक उत्तर पुस्तिका को चार बार चेक किया जाएगा। इससे विद्यार्थियों की ओर से मॉर्कशीट में अंक सत्यापन संबंधी शिकायतों में कमी आएगी।