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हरियाणा में बेसहारा गोवंश को मिलेगा सहारा, पांच एकड़ में बनेगी गोशाला

हरियाणा में गोवंशों को जल्‍द ही सहारा मिलेगा। सरकार की पहल पर अब अंबाला शहर नगर निगम एरिया में बेसहारा गोवंश के लिए जल्‍द ही गोशाला मिलेगी। अंबाला नगर निगम की ओर से पांच एकड़ में गोशाला बनाई जाएगी।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Fri, 19 Nov 2021 04:40 PM (IST)Updated: Fri, 19 Nov 2021 04:40 PM (IST)
हरियाणा में बेसहारा गोवंश को मिलेगा सहारा, पांच एकड़ में बनेगी गोशाला
अंबाला में पांच एकड़ में गोशाला बनेगी।

अंबाला, जागरण संवाददाता। अंबाला शहर नगर निगम एरिया में बेसहारा गोवंश को जल्द ही सहारा मिलेगा। क्योंकि नगर निगम की ओर से पांच एकड़ में गोशाला बनाए जाने की तैयारी कर ली है। जिसके चलते निगम की बैठक में एजेंडे को पास भी कर दिया गया है। फिलहाल नगर नगर एरिया में सड़कों पर काफी गोवंश घूम रहे हैं, जिनसे हादसे भी होते रहे हैं।

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बता दें कि अभी तक शहर क्षेत्र से केवल कृष्ण मिगलानी गोशाला, स्पाटू रोड स्थित गोशाला, मोखा माजरा गोशाला और सुल्लर गोशाला में शहर नगर निगम क्षेत्र से बेसहारा गोवंश को भेजा जाता रहा है। इसके बाद भी शहर की सड़कों पर काफी तादाद में गाेवंश कचरे में मुंह मारते हुए नजर आते थे। इन गोशालाओं में भी काफी संख्या में गोवंश भेजे जा चुके हैं। जिस कारण इनमें जगह की काफी कमी रहती थी। इसी कमी को देखते हुए नगर निगम की ओर से एक ओर गोशाला बनाए जाने की तैयारी की है और प्रस्ताव पास कर दिया है। जिसे पांच एकड़ में बनाया जाएगा। क्योंकि इस समय शहर में अढाई हजार से तीन हजार तक बेसहारा गोवंश घूम रहे हैं। जिन्हें गोशाला में पहुंचाया जाएगा। यदि इसे बढ़ाने की जरूरत पड़ी तो उसे भी निगम की ओर से बढ़ाया जाएगा।

सुल्लर गोशाला में की जाएगी व्यवस्था

निगम की ओर से गोशाला बनाए जाने तक निगम की ओर से सुल्लर गोशाला को सहयोग किया जाएगा। जिसमें हर माह डेढ़ लाख रुपये दिए जाएंगे। ताकि गोवंश को भटकना न पड़े। इसके साथ ही नगर निगम की ओर से सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं का सहयोग लिया जाएगा। अगले एजेंडे में गोशाला बनाए जाने की पूरी रूपरेखा तैयार की जाएगाी। वहीं एक एकड़ में गोवंश का शव दाह गृह भी बनाया जाएगा। इस गोशाला के साथ ही बनाया जाएगा। फिलहाल सुल्लर गोशाला में लगभग साढ़े 300 गोवंश हैं। जिसमें लगभग 50 गाेवंश ओर बढ़ाए जा सकते हैं। निगम की ओर से हर माह राशि मिलने से सुल्लर गोशाला के हालातों में काफी सुधार होगा। क्योंकि अभी तक सुल्लर गोशाला में कर्मचारियों की सैलरी से लेकर चारा तक का संकट बना रहता था।


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