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सिविल अस्पताल के ओटी का सेंट्रल एसी खराब होने से मोतियाबिद के ऑपरेशन बंद

सिविल अस्पताल में सेंट्रल एसी की त्रिमासिक और वार्षिक सर्विस-मरम्मत का ठेका दिल्ली की कंपनी हेमकूल इंजीनियर्स के पास है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Mar 2021 06:31 AM (IST)Updated: Thu, 18 Mar 2021 06:31 AM (IST)
सिविल अस्पताल के ओटी का सेंट्रल एसी खराब होने से मोतियाबिद के ऑपरेशन बंद
सिविल अस्पताल के ओटी का सेंट्रल एसी खराब होने से मोतियाबिद के ऑपरेशन बंद

जागरण संवाददाता, पानीपत : सिविल अस्पताल में दो दिन से मोतियाबिद के ऑपरेशन बंद हैं। इसका कारण ऑपरेशन थियेटर (ओटी) का सेंट्रल एसी खराब होना बताया गया है। कंपनी के इंजीनियर को मरम्मत के लिए कॉल की गई, लेकिन वह नहीं आया। ढाई साल से मरम्मत का भुगतान नहीं होने के कारण कंपनी ने इंजीनियर को भेजने से इंकार कर दिया।

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सिविल अस्पताल में सेंट्रल एसी की त्रिमासिक और वार्षिक सर्विस-मरम्मत का ठेका दिल्ली की कंपनी हेमकूल इंजीनियर्स के पास है। कंपनी का इंजीनियर चौबीसों घंटे अस्पताल में मौजूद रहता है। हर तीसरे माह कंप्रेशर मेंटेनेंस एंड कंपलेंट (सीएमसी) और एक बार एनुअल मेंटेनेंस एंड कंपलेंट (एएमसी) होती है। नवंबर 2018 में ऑपरेशन थियेटर में सेंट्रल एसी फिट किया गया था।

कंपनी के इंजीनियर प्रदीप ने बताया कि 16 मार्च 2021 को एसी खराब होने की सूचना मिली थी। हमें एएमसी करनी थी। नवंबर 2018 से अब तक सिविल अस्पताल ने कंपनी को सर्विस और मरम्मत कार्य का भुगतान नहीं किया है। यह बहुत बड़ी रकम है, इसलिए इंजीनियर नहीं भेजे हैं। उधर, ऑपरेशन थियेटर के स्टाफ की मानें तो गर्भवती महिलाओं के सिजेरियन ऑपरेशन करते समय भी डाक्टर-नर्स को गर्मी के कारण पसीने छूटते रहते हैं। गर्भवती की हालात भी खराब हो जाती है।

पांच करोड़ का सिस्टम

इंजीनियर प्रदीप ने बताया कि सिविल अस्पताल में लगे सेंट्रल एसी सिस्टम की कीमत लगभग पांच करोड़ रुपये है। एक बार की सर्विस-मरम्मत में दो-ढाई लाख का खर्च आता है। बिना सर्विस एसी चलाया तो पूरा सिस्टम खराब हो सकता है।

गत माह शुरू हुई सर्जरी

कोरोना महामारी के कारण वर्ष 2020 में कई माह तक सभी तरह के ऑपरेशन सिविल अस्पताल में नहीं किए गए थे। गत माह आपरेशन शुरू हुए हैं, इनमें मोतियाबिद के भी शामिल हैं। 16 मार्च को ऑपरेशन थियेटर का सेंट्रल एसी बंद हो गया।

इंजीनियर से करेंगे बात

अस्पताल के प्रिसिपल मेडिकल आफिसर (पीएमओ) डा. जितेंद्र कादियान ने बताया कि बायो मेडिकल इंजीनियर को सोनीपत से बुलाया जाएगा। उससे सेंट्रल एसी संबंधी रिपोर्ट ली जाएगी। इसके बाद ही कुछ बता सकता हूं।


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