स्मॉग से नहीं मिल पा रही राहत एक्यूआइ 444 रहा
शहर में बृहस्पतिवार को स्मॉग छाया रहा। एयर इंडेक्स 444 माइक्रोग्राम दर्ज किया गया। जो खतरनाक श्रेणी में आता है। मौसम विभाग के अनुसार पराली जलने वाहनों के धुएं व दीपावली पर पटाखों के धुएं के मिलने से प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ा है। दिन मे हवा की गति भी आठ किलोमीटर प्रति घंटा की रही।
जागरण संवाददाता, पानीपत :
शहर में बृहस्पतिवार को स्मॉग छाया रहा। एयर इंडेक्स 444 माइक्रोग्राम दर्ज किया गया। जो खतरनाक श्रेणी में आता है। मौसम विभाग के अनुसार पराली जलने, वाहनों के धुएं व दीपावली पर पटाखों के धुएं के मिलने से प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ा है। दिन मे हवा की गति भी आठ किलोमीटर प्रति घंटा की रही। हवा की गति कम होने से प्रदूषक कण वातावरण में एक ही जगह पर ठहर गए हैं। इससे दिन भर स्मॉग की चादर छाई रही। बुधवार की अपेक्षा हल्की धूप निकली, लेकिन प्रदूषण से राहत नहीं मिली। दृश्यता के स्तर में सुधार रहा।
अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस रहा। न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस रहा।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सीनियर वैज्ञानिक राजेश गढि़या ने कहा कि अभी दो तीन दिन तक राहत के संकेत नहीं है। बारिश होने पर ही राहत मिलेगी।
मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को बारिश होने की उम्मीद है। उसके बाद स्मॉग छंट जाएगा। इसकी जगह हल्का कोहरा दिखने लगेगा।
सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक दिनभर यूं रहा मौसम
समय एक्यूआइ
7 बजे 342
8 बजे 343
9 बजे 338
10 बजे 336
11 बजे 340
12 बजे 345
01 बजे 346
02 बजे 350
03 बजे 375
04 बजे 388
05 बजे 425
06 बजे 444 स्मॉग को देखते हुए इपीसीए ने जारी की गाइड लाइन
1. पानीपत में पावर प्लांट को छोड़कर कोयले से चलने वाले सभी उद्योग 02 नंवबर तक बंद रहेंगे।
2. धूल पैदा करने वाले निर्माण कार्य 6 से शाम 10 बजे तक दो नंवबर तक बंद रहेंगे।
3. सड़कों पर उढ़ती धूल, पराली जलाने, खुले में कूड़ा जलाने पर प्रतिबंध रहेगा। संबंधित विभाग मॉनटरिग करेंगे। एनजीटी ने स्पिनिग मिलों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए
रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन सेक्टर 18 के प्रधान गुरदीप सिंह की शिकायत पर एनजीटी ने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को स्पिनिग मिलों की जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए हैं। सेक्टर 18 वासियों ने डाक द्वारा एनजीटी में शिकायत दर्ज करवाई है। जिसमें कहा गया कि सेक्टर 18 के आसपास स्पिनिग मिल लगी हुई हैं जो वेस्ट रग्ज आयात करके धागा बनाती है। धागे की रंगाई करते हैं। साथ वायु व जल प्रदूषण फैला रहे हैं।