सेक्टर 25 में कामगारों को लेने पहुंची बसें, कोई दिखा खुश तो कोई उदास
पानीपत के सेक्टर 25 में रोडवेज बसें देख लोगों के चेहरे खिल उठे। ड्राइवरों बताया कि बसें श्याम बाग और रोज गार्डन बैंक्वेट हाल में ठहरे कामगारों को लेने के लिए आई हैं।
जागरण संवाददाता, पानीपत : सेक्टर 25 में शनिवार सुबह रोडवेज बसें देख लोगों के चेहरे खिल उठे। कॉलोनियों में रह रहे कुछ लोगों ने बस में चढ़ने की कोशिश की, लेकिन ड्राइवरों ने सिर्फ रजिस्टर्ड कामगारों को ही रेलवे स्टेशन पर ले जाने की बात कह उन्हें लौटा दिया।
इधर, बैंक्वेट हाल में ठहरे कामगारों में भी घर लौटने को लेकर काफी उत्साह नजर आया। बाहर सड़कों पर बस आने की खबर मिलते ही उन्हें अहसास हुआ कि अब मंजिल दूर नहीं है। अपने रजिस्ट्रेशन की स्लीप लेकर कामगार अधिकारियों से बसों की रवानगी बारे पूछताछ में जुट गए। कुछ कामगार धक्का-मुक्की तक करते दिखाई दिए। दोपहर लगभग 11:25 बजे पानीपत और समालखा के 1440 कामगारों को लेकर पानीपत डिपो की 35 से अधिक बसें रेलवे स्टेशन के लिए रवाना हुई। वहीं 4 बजे 1400 कामगारों को भी रेलवे स्टेशन पहुंचाया गया। शाम को कामगारों के जाने पर अधिकारियों ने थोड़ी राहत की सांस ली।
रजिस्ट्रेशन कराने का हुआ फायदा
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किशनपुरा के बबलू पासवान ने बताया कि वह मूलरूप से नवादा, बिहार का रहने वाला है। 11 मई को उसने अपना और परिवार का ई-दिशा पोर्टल पर गांव लौटने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। शुक्रवार शाम को सरकारी कर्मचारियों ने उसे फोन करके रोज गार्डन में बुलाया। वह तभी पांच पुरुष, चार महिलाओं और आठ बच्चों संग यहां पहुंच गया। रजिस्ट्रेशन कराने से सफर की मुसीबतें नहीं उठानी पड़ी।
कोई राह नहीं बता रहा, यहीं करेंगे इंतजार
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रिसालू रोड का राजकुमार शनिवार सुबह 10 बजे छह साथियों संग श्याम बाग बैंक्वेट हाल के सामने पहुंच गया। उसने बताया कि नवादा बिहार जाने के लिए यहां आया है। एक दोस्त ने उसे बैंक्वेट हाल से लोगों के बैरोनी और गया ले जाने की सूचना दी। लेकिन यहां पुलिसकर्मी उसे अंदर नहीं घुसने दे रहे। इसके बाद उन सभी ने बैंक्वेट हाल के सामने ही ठहरने का फैसला लिया। हालांकि देर शाम तक भी उन्होंने कोई रजिस्ट्रेशन नहीं कराया था।