अगले माह तैयार हो सकता है बस स्टैंड, शहर में जाम होगा कम
मार्च 2021 तक पूरा करना है बस स्टैंड का निर्माण कार्य अभी 90 फीसद हुआ पूरा। 9.65 करोड़ में ग्लोबल इंफ्राकॉन कंपनी ने छुड़ाया था टेंडर। वहीं रात में बस स्टैंड परिसर में अंधेरा ना हो इसलिए अलग-अलग जगहों पर छह हाई मास्ट लाइटें लगाई जाएंगी।
पानीपत, जेएनएन। सिवाह गांव में निर्माणाधीन पानीपत के नए बस स्टैंड का कामकाज अब पूरा होने वाला है। उम्मीद है कि फरवरी 2021 तक नए बस स्टैंड बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद पीडब्लयूडी बीएंडआर विभाग के अधिकारी कागजी खानापूर्ति के कराकर बस स्टैंड को नए बस स्टैंड में शिफ्ट कराने के कार्य को हरी झंडी देंगे। वहीं वर्कशाप कहां रहेगी, इसका अभी तक किसी के पास कोई जवाब नहीं है। अंदाजा है कि पानीपत बस स्टैंड परिसर में ही वर्कशाप का कामकाज चालू रहेगा।
बता दें कि ग्लोबल इंफ्राकॉन कंपनी ने 9.65 करोड़ रुपये की लागत से 26 अक्टूबर, 2018 को 21 माह में बस स्टैंड का निर्माण कार्य पूरा करने का टेंडर छुड़ाया था। कंपनी को 21 माह यानी जुलाई 2020 तक लगभग साढ़े छह एकड़ में बस स्टैंड का निर्माण कार्य पूरा करना था। कोरोना महामारी और लॉकडाउन की वजह से कामकाज प्रभावित हुआ तो ठेकेदार ने समयावधि 31 मार्च तक बढ़वा ली थी। फिलहाल बस स्टैंड परिसर में टाइलें लगवाने, पार्किंग बनाने और खिड़की दरवाजे इत्यादि की फिटिंग का काम चल रहा है। डिपो परिसर में बस खड़ी करने के लिए 18 बूथ, खानपान की 14 दुकानें, 2 पार्क, 2 शौचालय, 2 एटीएम केबिन और लिफ्ट की व्यवस्था होगी। रात में बस स्टैंड परिसर में अंधेरा ना हो, इसलिए अलग-अलग जगहों पर छह हाई मास्ट लाइटें लगाई जाएंगी।
पुलिस सुनिश्चित करेगी सुरक्षा, बनेगी दो पार्किंग
बस स्टैंड परिसर या इसके आसपास कोई अपराधिक वारदात ना हो, इसलिए पांच कमरों में पुलिस चौकी बनाई जाएगी। चौकी में तैनात पुलिसकर्मी दिन-रात संदिग्धों पर नजर रखेंगे। वहीं यात्रियों के लिए बस स्टैंड के पीछे 100 गुना 250 फीट की और दाई ओर 40 गुना 100 फीट की दो अलग-अलग पब्लिक व्हीकल पार्किंग बनेगी।
सिटी बस सर्विस होगी शुरू, घटेगा जाम
पानीपत बस स्टैंड के सिवाह गांव की पंचायती जमीन पर शिफ्ट होते ही शहर की सड़कों पर सिटी बसें दौड़ती दिखाई देगी। तय समय पर निर्धारित रूटों पर दौड़ने वाली ये बसें महज 10 से 20 रुपये में शहर के हर कोने से यात्रियों को बस स्टैंड तक का सफर कराएगी। आसार है कि इससे शहर की सड़कों पर दौड़ रहे आटो पर भी लगाम लगेगी।