पानीपत में चप्पल स्टोर के मालिक की गला रेतकर हत्या, दूसरी मंजिल पर पड़ी थी लाश
पानीपत में बंटी चप्पल स्टोर के मालिक की हत्या कर दी गई। दुकान की दूसरी मंजिल पर हत्या हुई। गल्ले पर मिले खून के निशान मिले हैं।
पानीपत, जेएनएन। पानीपत शहर के सबसे व्यस्तम सनौली रोड पर बदमाशों ने बंटी चप्पल स्टोर के मालिक रमेश नारंग की दुकान में घुसकर हत्या कर दी। गर्दन में धारदार हथियार से हमला किया। रमेश नारंग कुछ समझ ही नहीं सके और बेंच के पास लुढ़क गए। आशंका है कि लूट के मकसद से ये हत्या की गई। वारदात रात करीब साढ़े आठ बजे की लग रही है।
सनौली रोड पर शिव मावा भंडार के पास ही बंटी चप्पल स्टोर है। 52 वर्षीय रमेश नारंग पिछले 29 वर्ष से स्टोर चला रहे थे। आमतौर पर यहां साढ़े आठ बजे दुकानें बंद हो जाती हैं। करीब पौने नौ बजे पड़ोस के बर्तन स्टोर वाले संजय ने देखा कि बंटी चप्पल स्टोर पर कोई नहीं था। उन्हें रमेश भी नहीं दिखे। तब वह तनेजा बूट हाउस के मालिक सतनाम के पास गए। जब उन्हें बताया तो दोनों चप्पल स्टोर की दूसरी मंजिल पर पहुंचे। वहां रमेश नारंग को खून से लथपथ पड़े थे। उन्होंने रमेश नारंग के भतीजे तरुण को सूचित किया। तरुण ने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज जांच कर रही है।
परिवार में एक बेटा, बेटी और पत्नी
रमेश नारंग चार भाई हैं। वह तीसरे नंबर के थे। बड़ा भाई गोविंद, दूसरे किशन और तीसरे खुद रमेश थे। इनसे छोटा अनिल उर्फ बंटी है। इनकी एक बड़ी और दो छोटी बहने हैं। इकलौता बेटा सूजल नौवीं कक्षा में है, बेटी खुशी 12वीं की छात्रा है। पत्नी सोनिया हैं। गोविंद ने बताया कि रमेश की हत्या का कारण समझ नहीं आ रहा। उसका किसी से झगड़ा नहीं था। सोनिया रोते हुए बेटे सूजल और बेटी खुशी को गले लगाकर कहती रही, अब उन्हें कौन संभालेगा। मेरे पति ने किसी का क्या बिगाड़ा था।
रेकी करके हत्या तो नहीं
साढ़े आठ बजे के करीब दुकानें बंद हो जाती हैं। इस समय तक दुकानदार सारा कैश भी संभाल लेते थे। रोड सुनसान हो जाता है। आशंका जताई जा रही है कि बदमाशों ने पहले रेकी की होगी। उन्हें पता था कि रमेश नारंग शरीफ हैं। झगड़ा किसी से करते नहीं। इन्हें आसानी से लूटा जा सकता है। इसलिए दूसरी मंजिल पर जाकर लूट के मकसद से हत्या कर दी।
आखिरी बात कटारिया से हुई, तब मौजूद थे महिला और पुरुष
हत्या की वारदात सुनते ही घटनास्थल पर शू एसोसिएशन के प्रधान भारत भूषण कटारिया भी पहुंच गए। उन्होंने बताया कि वह करीब साढ़े आठ बजे रमेश की दुकान पर गए थे। उनका उनसे 20 वर्ष पुराना हिसाब चल रहा है। 2500 रुपये की पेमेंट ली। एक या दो मिनट ही वह रुके थे। उस समय दुकान पर एक महिला और एक पुरुष बैठे थे।
इस तरह की हत्या
रमेश नारंग की कमर पर छह-सात चाकू के निशान हैं। हत्यारे ने पीछे से कमर पर वार किया होगा। जैसे ही उसे लगा कि रमेश अब कुछ नहीं कर सकेंगे, तब उसने गर्दन को रेत दिया।
गल्ले पर खून के निशान
दुकान में रखे गल्ले पर खून के निशान मिले हैं। हत्यारे ने रुपये निकालने का प्रयास किया था। भारत भूषण कटारिया जब उनसे रुपये लेकर गए थे, तब नारंग के पास कम ही पैसे बचे थे।
पुलिस पर सवाल, क्यों नहीं गश्त
सनौली रोड शॉप वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान हैं सुनील चावला का कहना है कि यहां पर 250 दुकानें हैं। पुलिस गश्त नहीं होती। तीन महीने पहले एसोसिएशन ने बैठक की थी। तब तय हुआ था कि सभी सीसीटीवी लगवाएंगे। इसी रोड पर बैंक में ढाई करोड़ से ज्यादा की चोरी हुई थी।