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स्ट्रीट लाइट और टेंडर घोटाले के बाद निशाने पर बिल्डिंग ब्रांच, यूनियन नेताओं ने अधिकारियों को घेरा

नगर निगम में अधिकारियों की लापरवाही और भ्रष्टाचार के नित नए मामले सामने आ रहे हैं। टेंडर और स्ट्रीट लाइटों में घोटाले के बाद कर्मचारी यूनियन ने सख्‍त तेवर दिखाए।

By Edited By: Published: Thu, 12 Sep 2019 08:28 AM (IST)Updated: Thu, 12 Sep 2019 12:23 PM (IST)
स्ट्रीट लाइट और टेंडर घोटाले के बाद निशाने पर बिल्डिंग ब्रांच, यूनियन नेताओं ने अधिकारियों को घेरा

पानीपत, जेएनएन। निगम निगम में अधिकारियों की लापरवाही और भ्रष्टाचार के नित नए मामले सामने आ रहे हैं। टेंडर और स्ट्रीट लाइटों में घोटाले के बाद बि¨ल्डग ब्रांच में बड़ी लापरवाही पकड़ी गई तो कर्मचारी यूनियन ने ही बुधवार देर रात रेलवे रोड स्थित कार्यालय में अधिकारियों को घेर लिया। नेताओं ने अधिकारियों पर ड्यूटी समय के बाद कार्यालय में बैठने पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। कार्यालय में काफी देर तक हंगामा होता रहा।

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नगर पालिका कर्मचारी संघ के प्रधान सुभाष चंडालिया समेत एक दर्जन कर्मचारी बुधवार रात करीब पौने छह बजे ताऊ देवीलाल कांप्लेक्स स्थित कमिश्नर कार्यालय में पहुंच गए। यूनियन के आने की भनक लगते ही कई अधिकारी कुछ देर पहले ही निकल गए। यूनियन ने तीन-चार अधिकारियों को उनके कार्यालय में ही घेर लिया। कैशियर संजय चौहान ने बताया कि कई अधिकारी देर रात तक कार्यालय में बैठे रहते हैं। वे रात को अंधेरे में निगम के सारे काले काम करते हैं। ऐसे अधिकारियों के चलते निगम की छवि खराब हो रही है। नेताओं ने कहा कि किसी तरह की कमी पकड़े जाने पर कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाती है। यूनियन ने इससे पहले अपनी मांगों के लिए शहर में झाडू प्रदर्शन किया।

मैन बाजार के शोरूम और बिल्डिंगों की होगी जांच
निगम मैन बाजार में तीन मंजिला शोरूम और बिना नक्शों के बनाई 260 बि¨ल्डगों की जांच करेगा। वहीं एक अधिकारी ने बताया कि शहर में अवैध बिल्डिंगों की संख्या इससे दोगुना है। बिल्डिंग इंस्पेक्टर बृजेश हुड्डा बुधवार को कार्यालय में नहीं आए। इसके चलते जेई वीरेंद्र मलिक को चार्ज नहीं ले सके। उनके सामने इस ब्रांच की टेक्निकल विषयों को जानना बड़ी चुनौती होगी। निगम अधिकारी अवैध भवन मालिकों पर मामला दर्ज करने की पुलिस को भी सिफारिश की गई थी।

सीसीटीवी कैमरों की फाइलें ढूंढ़ी जा रही
सीसीटीवी कैमरों के वर्क ऑर्डर की फाइलों को ढुंढ़ना शुरू कर दिया है। ठेकेदार विजय गाबा बुधवार को कार्यालय में पहुंचा। उन्होंने इस तरह की कोई भी फाइल अपने पास न होने की सफाई दी। अधिकारियों ने इसके बाद अलमारियों में फाइलों को तलाश किया। शाम तक तीनों में से एक भी फाइल नहीं मिल पाई। कमिश्नर ओमप्रकाश ने दो दिन पहले मामला सामने आने पर इसमें मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए थे।

निगम रिकवरी में इस तरह से पिछड़ रहा
भवन नक्शा टारगेट : 15 करोड़ रिकवरी अब तक 5.77 करोड़
प्रॉपर्टी टैक्स : टारगेट : 33 करोड़ रिकवरी : 5 करोड़ अब तक जमा हुए
स्टांप ड्यूटी : टारगेट : 24 करोड़ रिकवरी : 5.44 करोड़
एक्साइज ड्यूटी : टारगेट : 10 करोड़ रिकवरी : शून्य
रेंट ब्रांच : टारगेट : 1.50 करोड़ रिकवरी : 55 लाख

यूनियन नेताओं का ड्यूटी समय के बाद कार्यालय में आने की जानकारी मुझे नहीं है। तकनीकी अधिकारी चुनाव आचार संहिता के चलते काम निपटाने के लिए बैठे होंगे। कार्यालय में ऐसा कुछ गलत नहीं किया जाता। प्रॉपर्टी टैक्स और दूसरी शाखाओं से रिकवरी के आदेश दिए हैं।
ओमप्रकाश, कमिश्नर।


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