Move to Jagran APP

Brucellosis vaccination: कैथल में ब्रुसेलोसिस टीकाकरण अभियान जारी, अब तक 17 हजार पशुओं का किया टीकाकरण, हजारों पशुओं का लक्ष्य

कैथल में पशुपालन विभाग द्वारा जिले में 36 हजार पशुओं का टीकाकरण किया जाएगा। इस अभियान के तहत जिला की चार से आठ माह की उम्र की सभी बछड़ियों व कटड़ियों का ब्रुसेलोसिस बीमारी के बचाव के लिए टीकाकरण किया जा रहा है।

By Naveen DalalEdited By: Published: Sun, 26 Sep 2021 05:21 PM (IST)Updated: Sun, 26 Sep 2021 05:21 PM (IST)
Brucellosis vaccination: कैथल में ब्रुसेलोसिस टीकाकरण अभियान जारी, अब तक 17 हजार पशुओं का किया टीकाकरण, हजारों पशुओं का लक्ष्य
कैथल में पशुओं को ब्रुसेलोसिस बीमारी से बचाव को लेकर टीकाकरण अभियान जारी

कैथल, जागरण संवाददाता। कैथल में पशुओं को ब्रुसेलोसिस बीमारी से बचाव को लेकर टीकाकरण अभियान जारी है। ब्रुसेलोसिस टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 17 हजार पशुओं का टीकाकरण किया गया। जिसका करीब अब तक 10 हजार के करीब पशुपालकों ने उठाया लाभ। अभियान के तहत तीन चरणों में टीकाकरण होगा। जिले में 36 हजार से अधिक पशुओं को टीकाकरण करने का लक्ष्य विभाग ने रखा है। पशुपालन एवं डेयरी विभाग के चिकित्सकों की निगरानी में गठित टीमों द्वारा जिला में पशुओं का टीकाकरण किया जा रहा है। टीकाकरण अभियान में बछड़ियों व कटड़ियों का टैग भी लगाए जा रहे हैं।

loksabha election banner

जिला में 36 हजार पशुओं का टीकाकरण

पशुपालन विभाग द्वारा जिले में 36 हजार पशुओं का टीकाकरण किया जाएगा। इस अभियान के तहत जिला की चार से आठ माह की उम्र की सभी बछड़ियों व कटड़ियों का ब्रुसेलोसिस बीमारी के बचाव के लिए टीकाकरण किया जा रहा है। ईयर-टैगिंग करके भारत सरकार के आनलाइन पोर्टल इनाफ पर पंजीकृत किया जा रहा है। पशुपालन विभाग के डाक्टरों का कहना है कि इस अभियान को सफल बनाने व पशुओं को ब्रुसोलोसिस जैसी घातक बीमारी से बचाने के लिए विभाग का सहयोग करें और अपनी 4 से 8 माह की उम्र की सभी बछड़ियों व कटड़ियों का टीकाकरण अवश्य करवाएं।

टीकाकरण जरूर करवाएं: मंगल सिंह

कैथल के पशुपालन उपनिदेशक डा. मंगल सिंह ने कहा कि ब्रुसेलोसिस एक जीवाणु जनित, खतरनाक बीमारी है। जो पशुओं से इंसानो में भी फैल सकती है, जिससे मनुष्य लंबे समय तक संक्रमित रहता है। इस बीमारी के कारण पशुओं में गर्भकाल के अंतिम 3-4 महीनों में गर्भपात हो जाता है। अगर ये बीमारी किसी फार्म पर एक भी पशु को हो जाए, तो उस फार्म के अन्य पशुओं में भी बहुत तेजी से फैलने का अंदेशा रहता है। इसलिए पशुपालक अपने पशुओं को इस बीमारी से बचाने के लिए टीकाकरण जरूर करवाएं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.