भाई-बहन ने कोरोना को हराया, फिर संक्रमितों को दिया प्लाज्मा
जागरण संवाददाता पानीपत कोरोना महामारी को हराना है तो एक-दूसरे की मदद के लिए तत्पर र
जागरण संवाददाता, पानीपत : कोरोना महामारी को हराना है तो एक-दूसरे की मदद के लिए तत्पर रहना होगा। कोविड-19 के गंभीर मरीजों को इसी बीमारी के बाद स्वस्थ हो चुके व्यक्ति के प्लाज्मा की जरूरत पड़ती है। बीकॉम के छात्र मयंक कपूर और मॉडल टाउन निवासी शादीशुदा बहन शिवांगी कपूर ने स्वस्थ समाज के लिए पहल की है। इन्होंने पहले कोरोना को हराया। इसके बाद मरीज को प्लाज्मा भी डोनेट किया।
बुजुर्ग मरीज को दिया प्लाज्मा
मॉडल टाउन में बुटीक चलाने वाली शिवांगी कपूर ने जागरण को बताया कि 11 जुलाई को मैंने प्राइवेट लैब से कोरोना टेस्ट कराया था। 13 को रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। दूसरी रिपोर्ट 15 जुलाई को नेगेटिव आ गई थी। 25 अगस्त को हेल्पिग यूथ वेलफेयर वॉट्सएप ग्रुप पर एक मैसेज देखा। एडमिन परवीन वर्मा ने लिखा था कि करनाल निवासी एक मरीज प्रेम अस्पताल में भर्ती है। एबी पॉजिटिव ग्रुप के ऐसे व्यक्ति का प्लाज्मा चाहिए, जो कोरोना संक्रमण के बाद ठीक हो चुका हो। मेरा ग्रुप एबी पॉजिटिव है, मैंने तुरंत अस्पताल पहुंचकर प्लाज्मा डोनेट किया।
करनाल से प्लाज्मा देने पहुंचा
मयंक ने बताया, मैं सेक्टर-12 में रहता हूं। दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम कर रहा हूं। 13 जुलाई को बहन शिवांगी की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने पर परिवार के सभी सदस्यों ने टेस्ट कराया था। मेरी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। चार दिन बाद दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव आई। होम क्वारंटाइन पीरियड पूरा होने पर मैंने प्लाज्मा डोनेट की इच्छा जताते हुए इंस्टाग्राम और फेसबुक पर ब्लड ग्रुप साझा किया था। दो सप्ताह पहले जीजा रोहित का फोन आया कि एक मरीज को एबी पॉजिटिव ग्रुप का प्लाज्मा चाहिए। इसके बाद प्रेम अस्पताल में पहुंचकर प्लाज्मा डोनेट किया।
20 से अधिक मरीजों को प्लाज्मा दिला चुका ग्रुप
हेल्पिग यूथ वेलफेयर वॉट्सएप ग्रुप के एडमिन परवीन वर्मा ने बताया कि ग्रुप से जुड़े सदस्य रक्तदान तो दो साल से कर रहे हैं। जरूरतमंद मरीजों की आर्थिक मदद भी कराते रहे हैं। अब तक कोरोना संक्रमित 20 से ज्यादा मरीजों को प्लाज्मा दिला चुके हैं। ग्रुप के सदस्य दूसरे शहरों में भी प्लाज्मा दान करने पहुंचते हैं।