हरियाणा में बर्खास्त पीटीआइ व कला अध्यापकों के लंबित लाभों पर ब्रेक, जानिये मामला
पीटीआइ व कला अध्यापकों के लंबित लाभों पर रोक लगाने के संबंध में महानिदेशक ने सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजा है। प्रदेश में 1983 पीटीआइ अध्यापकों व 816 कला अध्यापकों को नियुक्ति दी गई थी। इन सभी की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।
पानीपत, जेएनएन। पिछले दिनों प्रदेश के स्कूलों से हटाए गए पीटीआइ व कला अध्यापकों के लंबित लाभों पर भी फिलहाल ब्रेक लग गया है। इसको लेकर महानिदेशक मौलिक शिक्षा हरियाणा शिक्षा सदन, सेक्टर 5 पंचकूला ने प्रदेश के सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिख उक्त अध्यापकों के लंबित लाभ रोकने के निर्देश दिए हैं।
महानिदेशक ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र में लिखा की वर्ष 2010 में विज्ञापन संख्या 6-206 कैटेगरी संख्या 23 के विरुद्ध 1983 पीटीआइ अध्यापकों व 6-2006 कैटेगरी संख्या 22 के विरुद्ध 816 कला अध्यापकों की नियुक्ति प्रदान की गई थी। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की अनुपालना में उक्त सभी कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई थी। मामले में पीटीआइ व कला अध्यापकों द्वारा वर्ष 2010 से 2020 तक की गई सेवा अवधि के दौरान एलटीसी, एसीपी, मेडिकल बिल, एरियर, एनपीएस, एमएफए, चिल्ड्रन एजुकेशन अलाउंश, जीआइएस, ईएल, उपहार की मांग की गई है। जिस बारे निदेशालय स्तर पर एक कमेटी गठित की गई है, जिसमें उक्त मांगों बारे निर्णय लिया जाएगा। निर्देश दिए जाते हैं कि वर्ष 2010 में नियुक्त पीटीआइ व कला अध्यापकों के लंबित लाभ कमेटी के रिपोर्ट प्राप्त होने व आगामी आदेशों तक जारी न किए जाए।
पानीपत से भी हटे थे अध्यापक
सर्वोच्च न्यायलय के आदेश की अनुपालना में जिले के स्कूलों से भी पीटीआइ व कला अध्यापकों को हटाया गया था। इसी माह प्रदेश भर के स्कूलों से 816 कला अध्यापकों की सेवाएं समाप्त की गईं। पानीपत जिले की बात करें तो पचास के करीब कला अध्यापक हटाए गए थे।
जारी करो जेबीटी शिक्षकों का वेतन
निदेशक मौलिक शिक्षा हरियाणा, पंचकूला ने सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिख जेबीटी शिक्षकों का रूका वेतन जारी करने के निर्देश दिए हैं। पत्र के मुताबिक निदेशालय के यादी क्रमांक दिनांक एक व चार फरवरी 2021 के संदर्भ में लिखा जाता है कि विभाग द्वारा अंतर जिला स्थानांतरित किए गए अध्यापकों का वेतन निकलवाने बारे तुरंत आगामी कार्यवाही करने बारे लिखा जा चुका है, लेकिन अभी भी कुछ अध्यापकों का वेतन डीडीओ द्वारा निकलवाया नहीं जा रहा है। जोकि गंभीर चूक है। इसलिए बचे अध्यापकों का नियमानुसार वेतन निकाल कर की गई कार्यवाही से निदेशालय को सूचित करे। यदि मामले में किसी प्रकार की लापरवाही होती है तो इसके जिम्मेदार आप स्वंय होंगे। बता दें कि नवंबर 2020 में 2544 जेबीटी शिक्षकों के तबादले हुए थे।