लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद की छाती में गोली मारी, एक महीने बाद शादी होनी थी
जागरण संवाददाता पानीपत सिवाह गांव के सेवानिवृत्त सब इंस्पेक्टर के बाउंसर बेटे ने पड़ोसी
जागरण संवाददाता, पानीपत : सिवाह गांव के सेवानिवृत्त सब इंस्पेक्टर के बाउंसर बेटे ने पड़ोसी के खेत के ट्यूबवेल के कोठड़े (कमरे) में बंद कर अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से छाती में गोली मारकर खुदकुशी कर ली। गोली दिल को चीरते हुए पार हो गई। स्वजनों ने आत्महत्या का कारण मानसिक रूप से परेशानी को बताया। वारदात से पहले युवक ने मोबाइल को फ्लाइट मोड पर लगा लिया था, ताकि कोई काल न आ सके। पुलिस ने मौके से पांच गोलियों से लोडिड रिवाल्वर, गोली का खोल और मोबाइल फोन बरामद कर लिया है।
हरियाणा पुलिस से सेवानिवृत्त सब इंस्पेक्टर सिवाह गांव के जसवंत सिंह कादियान का छोटा बेटा सुरेंद्र कादियान (28) कबड्डी खिलाड़ी और बाउंसर था। दो महीने से वह ऊझा में एक बैंक में कैश सिक्योरिटी इंचार्ज था। जसवंत सिंह ने पुलिस को बताया कि सुरेंद्र कई दिन से परेशान था। खोया-खाया रहता था। सोमवार सुबह 8:30 बजे बेटा बाइक लेकर घर से निकल गया। उनको लगा कि ड्यूटी पर गया है। शाम पांच बजे भतीजा संदीप कादियान रिसालू स्थित अपनी हैचरी पर जा रहा था। चौटाला रोड पर निर्माणाधीन स्टेडियम के पास रिसालू के अनीश के खेत के कोठड़े के बाहर सुरेंद्र की बाइक खड़ी देखी। अंदर कोठड़े में जाकर देखा तो खून से सना सुरेंद्र का शव पड़ा था। छाती में गोली लगी थी और पैर के पास रिवाल्वर पड़ा था।
संदीप ने उन्हें और सेक्टर-29 थाने में जाकर पुलिस को सूचना दी। मौके पर थाना प्रभारी राजबीर सिंह व एफएसएल की टीम ने मुआयना किया। मंगलवार को फोरेंसिक एक्सपर्ट डा. नारायण डबास और डा. संजीव गुप्ता ने पोस्टमार्टम करके शव को स्वजनों को सौंप दिया। डाक्टर ने बताया कि सुरेंद्र के हाथ पर गन पाउडर मिला है। इससे लगता है कि सुबह ही खुदकुशी की है। सेक्टर-29 थाने के एएसआइ बलवान ने बताया कि धारा 174 के तहत कार्रवाई की है। रिसालू के अनीश ने आठ महीने पहले सिवाह के राजवीर से खेत की जमीन खरीदी थी। यह क्षेत्र सुनसान है। वहीं पर सुरेंद्र ने आत्महत्या की है।
अनहोनी की आशंका होने से पिता ने छिपा दी रिवाल्वर
पुलिस की छानबीन से पता चला कि वर्ष 2018 से सुरेंद्र के पास लाइसेंसी रिवाल्वर व डोगा बंदूक थी। सिक्योरिटी इंचार्ज की नौकरी कर रहा था। जसवंत सिंह को सुरेंद्र का व्यवहार ठीक नहीं लग रहा था। कोई अनहोनी न हो इसी वजह से उन्होंने एक सप्ताह पहले छह गोलियों से लोडिड लाइसेंसी रिवाल्वर को छिपा दिया था। चाबी पत्नी को सौंप दी थी। सुरेंद्र सेक्टर-29 थाने में रिवाल्वर गुम होने की शिकायत देने गया था। तब पिता ने रिवाल्वर के बारे में बता दिया था। सुरेंद्र ने मां से बक्से से सामान निकालने की बात कहकर चाबी ली और रिवाल्वर लेकर चला गया। स्वजनों ने काल की, लेकिन मोबाइल फोन फ्लाइट मोड पर लगा होने के कारण बात नहीं हो पाई।
एक महीने बाद होनी थी शादी, यकीन नहीं हो रहा भाई खुदकुशी कर लेगा
जसवंत सिंह की पहली पत्नी से बड़ा बेटा कृष्ण कादियान है। कृष्ण सोनीपत में रहता है और बिल्डिग मेटेरियल बेचने का काम करता है। पहली पत्नी का देहांत होने पर दूसरी शादी कर ली। दूसरी पत्नी से बेटी सुमन और सुरेंद्र हैं। सुरेंद्र की एक महीने बाद शादी होनी थी। इसको लेकर गांव में मकान का निर्माण भी कराया जा रहा था। सुरेंद्र की मौत से खुशी मातम में बदल गई। ताऊ के बेट संदीप कादियान ने बताया कि सुरेंद्र हंसमुख था। यकीन नहीं हो रहा है कि भाई खुदकुशी कर लेगा।
आठ दिन में दो लाइसेंसी से हथियार की खुदकुशी
जिले में आठ दिन में दो लोग लाइसेंसी हथियार से खुदकुशी कर चुके हैं। 23 सितंबर की रात को मार्केट कमेटी के पूर्व चेयरमैन हरपाल गाहल्याणा का उनके समालखा की पंचवटी कालोनी के मकान में संदिग्ध हालात में शव मिला था। सिर में दो गोली लगी थी। पत्नी ने पुलिस को शिकायत दी कि पति ने गोली मारकर खुदकुशी कर ली है।