छह महीने से मोमोस, बर्गर, पिज्जा नहीं खाया...कमर इनकी 27, ऐसे बनते हैं नेशनल बाडी बिल्डर
हरियाणा के पानीपत के ललित ने लगातार दूसरी बार मिस्टर ट्राइ सिटी चैंपियनशिप जीती है। कंधे की चोट के कारण अभ्यास करना बंदकर दिया था। लेकिन सपने ने चैन नहीं लेने दिया। बन गए बाडी बिल्डर। पढ़िए ये प्रेरक कहानी।
पानीपत, जेएनएन। बाॅडी बिल्डर बनने की सोच रहे हैं तो ये खबर जरूर पढ़ लें। क्योंकि बाॅडी बिल्डर बनना इतना आसान नहीं है। कड़ी तपस्या करनी पड़ती है। पानीपत के इंसार बाजार के रहने वाले ललित कुमार ने लगातार दूसरी बार मिस्टर ट्राइ सिटी चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता है। इस चैंपियनशिप में देशभर के बाॅडी बिल्डरों ने भाग लिया। क्या आप यकीन करेंगे कि उन्होंने छह महीने से मोमोस, बर्गर, पिज्जा जैसा कोई फास्ट फूड नहीं खाया। ये सच है। ललित कहते हैं, कुछ बनना है तो इतना त्याग तो करना ही पड़ेगा।
ललित को बचपन से ही बॉडी बनाने का शौक था। छोटे होते हुए कभी पत्थर से कभी तो किसी भारी वजन को उठाकर अभ्यास करने लगता। फिर जिम जाने लगा। बाॅडी बिल्डिंग का इतना जुनून सवार हुआ कि अब खुद का जिम खोल लिया है। इंसार बाजार में फिगर फिट जिम चलाते हैं। ललित ने 75-80 किलोभार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। ओवरआल चैंपियनशिप में दूसरे स्थान पर रहे।
कंधे की चोट से छूटा था अभ्यास
16 वर्ष की उम्र से ललित ने बाॅडी बिल्डर बनने की ठानी। लेकिन बीच में कंधे में चोट लग गई। डाक्टरों ने कहा कि जिम मत जाना। कुछ साल तो ललित जिम से दूर रहे लेकिन सपने ने चैन नहीं लेने दिया। पहले कम वजन की एक्सरसाइज करते। धीरे-धीरे जब लगा कि अब कंधा ठीक है तो पूरी तरह से बाॅडी बिल्डिंग के लिए जुट गए। परिणाम अब सबके सामने है।
अब उनसे ट्रेनिंग लेकर युवा जीत रहे मेडल
ललित के पास ट्रेनिंग ले रहे युवा भी मेडल जीत रहे हैं। उनसे ही टिप्स लेकर आदित्य ने भी बाॅडी बिल्डिंग चैंपियनशिप में भाग लेना शुरू किया। आदित्य गिल ने पिछली बार सिल्वर मेडल जीता। इस बार तीन स्वर्ण पदक जीते। इसके अलावा हैदराबाद में नरेश सूर्या क्लासिक चैंपियनशिप में ललित ने टाप-10 में जगह बनाई। आदित्य ने चौथा स्थान हासिल किया। पंचकूला में मैन फिजिक में आलओवर चैंपियन बना। 55-60 किलोभार में बाडी बिल्डिंग में स्वर्ण पदक जीता।
ललित की डाइट
28 वर्षीय ललित दो टाइम उबला हुआ चिकन खाते हैं। रोजाना 15 अंडे (पीला छोड़कर), सब्जियां खाते हैं। मैदे का कोई खाद्य पदार्थ नहीं लेते। फास्ट फूड पूरी तरह से छोड़ दिया है। पिता गोपीचंद बैंक में नौकरी करते हैं। मां सरोज, गृहिणी हैं। भाई मोनू कपड़ों का काम करता है।
पूरी बाडी को नोटिस किया जाता
ललित का कहना है कि बाॅडी बिल्डिंग चैंपियनशिप में पूरी बाडी को नोटिस किया जाता है। फैट जीरो हो। कंधे मजबूत हों। उनकी कमर महज 27 है।
मिस्टर वर्ल्ड में खेलना है
बीए पास ललित का कहना है कि एक बार वह मिस्टर वर्ल्ड प्रतियोगिता में भाग लेना चाहते हैं। महाराष्ट्र के सुनीत जाधव उनके रोल माडल हैं। उनके सिखाए युवा हर साल मेडल जीत रहे हैं। वह खुद अपनी टीम के साथ चैंपियनशिप में भाग लेते हैं।
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