शहर में चलेगा रक्तदान अभियान, सामाजिक संगठन आगे आए
कोरोना संकट के बीच शहर में एक और बड़ी परेशानी खड़ी हो रही है। कोरोना काल के दौरान रक्तदान शिविर नहीं लग पा रहे हैं। ऐसे में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : कोरोना संकट के बीच शहर में एक और बड़ी परेशानी खड़ी हो रही है। वो है रक्त की कमी। थैलेसिमिया पीड़ित बच्चों से लेकर जरूरतमंद लोगों को रक्त नहीं मिल पा रहा। लॉकडाउन की वजह से रक्तदान करने वाले आगे नहीं आ रहे। शिविर लग नहीं रहे। इस समस्या के समाधान के लिए शहर के सभी सामाजिक संगठनों ने पहल की है। सभी संगठन रेडक्रॉस के साथ मिलकर रक्तदान शिविर लगाएंगे। इस पूरे अभियान में शहर के विधायक प्रमोद विज सक्रिय भूमिका निभाएंगे। उन्होंने सीएमओ से लेकर रेडक्रॉस में ब्लड बैंक प्रभारी से बात की है। सामाजिक संगठनों को आश्वस्त किया है कि वे अपनी जगह पर भी कैंप लगा सकते हैं। रेडक्रॉस ब्लड बैंक के सदस्य उनसे रक्त लेकर जाएंगे। बता दें कि रक्त की कमी पर दैनिक जागरण ने समाचार प्रकाशित किया था।
विधायक प्रमोद विज ने अपने कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए कहा कि रोजाना या एक दिन छोड़कर कैंप लगाए जाएंगे। पहला कैंप 19 मई को रब दे बंदे संगठन के सदस्य लगाएंगे। रेडक्रॉस में रक्तदान किया जा सकता है। पानीपत में लगभग 55 बच्चे थैलेसीमिया रोग से पीड़ित हैं। इनका हर 15 दिन में रक्त बदलना पड़ता है। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं की प्रसूति के समय व दुर्घटना में घायल लोगों को उनकी जान बचाने के लिए रक्त की हर दिन जरूरत रहती है। कोरोना महामारी के चलते सभी सामान्य गतिविधियां बंद हैं। जीवन बचाने जैसे कार्य न बंद हो सकते हैं, न ही लंबित रखे जा सकते हैं। रक्तदान की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। उनकी बीस से ज्यादा संस्थाओं व संगठनों से बात हुई है। इसके अलावा पानीपत शहर में भाजपा संगठन के पांच मंडल है। पांचों मंडल अध्यक्षों से भी वार्ता हो चुकी है मंदिर, गुरुद्वारा प्रबंधक समितियों में काफी उत्साह है। रक्तदान अभियान का संचालन समाज सेवी धीरज मलिक करेंगे। उनसे 9354913050 पर संपर्क कर सकते हैं। प्रतिदिन कम से कम 50 से 60 यूनिट रक्तदान की योजना है। प्लाज्मा दान किया जा रहा
विधायक कार्यालय से मुनीष आर्य के नेतृत्व में गठित रोजाना प्लाज्मा दान करवा रही है। कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके लोगों को प्लाज्मा दान करने के लिए प्रेरित किया जाता है। कई महिलाओं ने भी प्लाज्मा दान किया है। बांटे जाएंगे ऑक्सीजन कन्सट्रेटर
निर्यातकों ने जो ऑक्सीजन कन्सट्रेटर मंगाए हैं, उन्हें शीघ्र ही जरूरतमंदों के सुपुर्द किया जाएगा। पहली खेप में 22 सिलेंडर आए हैं। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरी विश्वविद्यालय से लेकर अस्पताल तक कन्सट्रेटर पहुंचाए हैं। ये कन्संट्रेटर हवा से खुद ही ऑक्सीजन बनाते हैं। इन्हें रीफिल करने की जरूरत नहीं होती। जल्द ही सौ कन्सट्रेटर और आने वाले हैं।