राखी बांधकर लौट रही थी, हादसे में पति और बेटा गंवाया
टोल प्लाजा के पास सोमवार दोपहर बाद रक्षाबंधन पर्व पर बाइक सवार शिक्षक पिता व उनके सात साल के बेटे की ट्रक के कुचलने से मौत हो गई। ट्रक का पहिया बेटे के सिर को कुचलता हुआ बाइक को 50 मीटर दूर तक घसीटते हुए ले गया। पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई और छह महीने की बेटी गोद से छिटक कर मिट्टी में गिरी। बच्ची चोटिल होने से बच गई। महिला मायके में भाई को राखी बांधकर पति के साथ बाइक से घर लौट रही थी।
जागरण संवाददाता, पानीपत : रक्षाबंधन पर्व के दिन बाइक सवार शिक्षक पिता व उनके सात साल के बेटे की हादसे में मौत हो गई। इन्हें हाईवे पर ट्रक ने कुचल दिया। ट्रक का पहिया बेटे के सिर को कुचलता हुआ बाइक को 50 मीटर दूर तक घसीटते हुए ले गया। पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई। छह महीने की बेटी गोद से छिटक कर मिट्टी में गिरी। बच्ची चोटिल होने से बच गई। महिला मायके में भाई को राखी बांधकर पति के साथ बाइक से घर लौट रही थी। पुलिस ने आरोपित चालक को ट्रक सहित पकड़ लिया है।
घटना दोपहर बाद करीब तीन बजे की है। न्यू बोहली गांव के महेंद्र पाल ने बताया कि उनके जीजा बहरामपुर गांव के 40 वर्षीय निजी स्कूल के शिक्षक थे। रविवार को जीजा प्रेम, उसकी बहन 37 वर्षीय मनीषा, भांजे सात वर्षीय हैप्पी और छह महीने की भांजी तान्या के साथ रक्षाबंधन पर उसके घर आए थे। बहन ने उसे सुबह 11 बजे राखी बांधी। इसके बाद वे चारों बाइक से बहरामपुर लौट रहे थे। बाइक पर हैप्पी बीच में बैठा और तान्या मां की गोद में थी। टोल प्लाजा के पास तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक को पीछे से टक्कर मार दी। हैप्पी व प्रेम कुमार सड़क पर गिरे। ट्रक का पहियों से कुचले गए। मौके पर दोनों की मौत हो गई। मनीषा का सिर सड़क से टकरा गया। तान्या, मां की गोद से छिटक कर सड़क किनारे गिरी। राहगीरों ने मनीषा व तान्या को सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया। डाक्टरों ने बताया कि तान्या के शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं है। बच्ची ठीक है। मनीषा की हालत गंभीर बनी हुई है। सेक्टर 13-17 थाना के प्रभारी कमलजीत ने बताया कि ट्रक को कब्जे में लेकर मामला दर्ज करके आरोपित चालक को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित चालक को मंगलवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
मनीषा ने भाई की बेटी नित्या को गोद लिया था
मनीषा का बड़ा बेटा 10 वर्षीय समीर, आठ वर्षीय निखिल है। सात वर्षीय हैप्पी सबसे छोटा था। उसकी कोई बेटी नहीं थी। उसके भाई महेंद्र पाल की तीन बेटियां हैं। मनीषा ने चार महीने पहले भाई की छह महीने की बेटी तान्या को गोद ले लिया था।
कोई मेरे हैप्पी को लौटा दे
प्रेम कुमार और हैप्पी की मौत से रक्षाबंधन पर्व की खुशी मातम में बदल गई। न्यू बोहली और बरहामपुर गांव में मातम छा गया। सामान्य अस्पताल में विलाप करते हुए मनीषा बार-बार कह रही थी कि कोई मेरे बेटे हैप्पी को लौटा दे। वो बेटे को मना कर रही थी कि साथ न चले। बेटा नहीं माना। स्वजन मनीषा को सांत्वना दे रहे थे।
मां की गोद तान्या के लिए बनी कवच
मनीषा बेटी तान्या को गोद में लिए हुए थी। हादसे के समय मनीषा ने तान्या को नहीं छोड़ा। उसका खुद का सिर सड़क से टकराया। तभी तान्या छिटक कर दूसरी तरफ गिरी। तान्या को खरोंच तक नहीं आई। उसके लिए मां की गोद कवच साबित हुई।