पसीने की कमाई सहित लोगों का खून पी गई बाइक बोट कंपनी
उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर स्थित बाइक बोट कंपनी ने सात राज्यों के ढाई लाख सदस्यों से 14 अरब रुपये से अधिक की ठगी की है।
कपिल पूनिया, पानीपत : उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर स्थित बाइक बोट कंपनी ने सात राज्यों के ढाई लाख सदस्यों से 14 अरब रुपये से अधिक की ठगी की है। इसके अलावा अपने सदस्यों का खून तक बेच दिया। कंपनी ने दिसंबर 2018 में तीन दिवसीय रक्तदान शिविर लगाया गया। कंपनी के सभी सदस्यों ने इसमें रक्तदान किया। कंपनी ने इस खून को भी निजी अस्पताल को बेच दिया। कंपनी के सीएमडी संजय भाटी के खिलाफ उत्तर प्रदेश के सूरजपुर थाने में इस संबंध में मुकदमा भी दर्ज है।
लोगों ने अपने पसीने की गाढ़ी कमाई को कंपनी में लगाया। अनेक लोगों ने बैंक से लोन भी लिया। सबसे अधिक रकम देश की सीमा पर तैनात सैनिकों ने लगाई। कंपनी की ठगी के शिकार बने नांगलखेड़ी के चांदनी शर्मा ने बताया कि कंपनी से हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, महाराष्ट्र और राजस्थान समेत सात राज्यों के करीब ढाई लाख लोग जुड़ गए। इन लोगों ने करीब 14 अरब रुपये निवेश किए। इन सबकी खून-पसीने की कमाई डूब चुकी है। कंपनी ने गौतमबुद्ध नगर स्थित दफ्तर पर जनवरी 2019 में रक्तदान शिविर लगाया। सभी सदस्यों को इसकी सूचना दी गई और अलग-अलग दिन निर्धारित किया गया। उन्होंने और उनके परिचितों ने 10 दिसंबर 2018 को कंपनी के दफ्तर पहुंचकर रक्तदान किया। उनसे कहा गया था कि रक्तदान से जरूरतमंदों की मदद की जाएगी। लोग भावनात्मक रूप से कंपनी से जुड़ेंगे और निवेश बढ़ेगा। इससे सभी सदस्यों के बोनस में भी लाभ मिलेगा। उनकी मासिक किस्त बढ़ेगी। दान किए रक्त को सरकारी अस्पतालों में जमा कराने का वादा किया गया, लेकिन कंपनी ने ढाई लाख लोगों के खून को निजी अस्पतालों और निजी चिकित्सकों को बेच दिया। कंपनी ने लोगों को आर्थिक नुकसान पहुंचाने के साथ उनकी भावनाओं का भी सौदा किया है। रक्तदान मामले में भी दर्ज है मुकदमा
बाइक बोट मामले में पुलिस दस लोगों को जेल भेज चुकी है। जबकि मुख्य 11 आरोपित फरार हैं। पुलिस ने सभी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। पीड़ित चांदनी शर्मा ने बताया कि कंपनी के मुखिया संजय भाटी पर रक्तदान को लेकर उत्तर प्रदेश के सूरजपुर थाने में केस दर्ज किया है। पुलिस इस मामले में भी जांच कर रही है।