गीता नगरी में यहां स्थापित होगा श्रीकृष्ण का विराट स्वरूप, जानिए क्या है खासियत
कुरुक्षेत्र के गीता नगरी के ज्योतिसर में श्रीकृष्ण का विराट स्वरूप स्थापित किया जाएगा। इसके लिए भूमि पूजन भी किया गया। प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार ने तैयार किया 50 फिट विराट स्वरूप। श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप पर आएगा 10 करोड़ रुपये का खर्च।
कुरुक्षेत्र, जेएनएन। गीता की जन्म स्थली ज्योतिसर में श्रीकृष्ण भगवान का विराट स्वरूप लगाया जाएगा। लागत करीब 10 करोड़ रुपये होगी। विराट स्वरूप को देश के प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार ने तैयार किया है। इसे तीन महीने में लगाने का दावा किया है।
डीसी मुकुल कुमार, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा और सीईओ अनुभव मेहता ने शुक्रवार को विराट स्वरूप का भूमि पूजन किया और हवन में आहुति डाली। डीसी मुकुल कुमार ने कहा कि गीता स्थली ज्योतिसर में प्रोजेक्ट के मूर्त रूप में आने के बाद यह उत्तर भारत का सबसे बेहतरीन प्रोजेक्ट होगा। दुनिया की सबसे बेहतरीन तकनीक से इसका निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विराट स्वरूप के बाद ज्योतिसर तीर्थ की गरिमा एवं प्रासंगिकता बढ़ेगी और कुरुक्षेत्र अंतरराष्ट्रीय पर्यटन के मानचित्र पर अपना विशेष स्थान बनाएगा। तीर्थ में दुनिया के सबसे बेहतरीन लैंडस्केपिंक की जाएगी।
200 करोड़ का है प्रोजेक्ट
केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा ने बताया कि ज्योतिसर में करीब 200 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट है। इसमें से करीब 150 करोड़ रुपये प्रदेश सरकार खर्च करेगी। केंद्र सरकार ने श्रीकृष्णा सर्किट के अंतर्गत 32 करोड़ रुपये और 10 करोड़ रुपये का विराट स्वरूप लगाया है। श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप की उंचाई 50 फीट की होगी। जिसमें 10 फीट का बेस और 40 फीट का विराट स्वरूप होगा। इसको देश के प्रसिद्ध मूर्तिकार पदम भूषण राम सुतार ने तैयार किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त किया। केडीबी के सीईओ अनुभव मेहता ने कहा कि विराट स्वरूप पर्यटकों व तीर्थ यात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। इससे निश्चित रूप से कुरुक्षेत्र के पर्यटन को एक नई दिशा मिलेगी।
रामसुतार ने परिवार सहित की पूजा अर्चना
देश के प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार ने शुक्रवार को परिवार सहित कुरुक्षेत्र पहुंचकर पूजा अर्चना की। उन्होंने इससे पहले कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड में मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा के साथ विराट स्वरूप को लेकर विस्तार से चर्चा की। उनके साथ उनके बेटे अनिल राम सुतार भी थे। रामसुतार ने बताया कि विराट स्वरूप बनकर तैयार है। इसको खड़ा करने के लिए फाउंडेशन की मजबूती जरूरी है। स्वरूप को 8 से 10 भागों में अलग-अलग ज्योतिसर तीर्थ पर लाया जाएगा। इसे स्थापित करने में करीब तीन माह का समय लगेगा।