Initiative: कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की बड़ी पहल, कोविड की वजह से अनाथ बच्चों के लिए लागू की योजना
हरियाणा की कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने एक बड़ी पहल की है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कोविड की वजह से अनाथ बच्चों के लिए कोविड सहायता योजना लागू की जा रही है। इस योजना के तहत सत्र 2021-22 के विद्यार्थियों को सुविधा दी जाएगी।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। कोविड महामारी की दूसरी लहर में कोरोना के प्रकोप की वजह से कई बच्चे अनाथ हो गए। किसी तरह से ये छात्र अपना भरण पोषण कर रहे हैं। ऐसे छात्रों के लिए अब कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने पहल की है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने पहल करते हुए बच्चों की आर्थिक सहायता के लिए कदम उठाया है। अब इनकी फीस में छूट दी जाएगी। ये योजना इसी सेशन से लागू की जा रही है।
कोरोना के दौरान अनाथ बच्चों के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय आगे आया है और कोविड सहायता योजना लागू की है। इस योजना में 2021-22 में विद्यार्थियों को फीस में छूट दी जाएगी। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने बताया कि कोविड-19 वैश्विक महामारी है। इसकी वजह से कुछ बच्चों ने अपने अभिभावक को खो दिया है। उनके सामने अपने जीवन के साथ पढ़ाई की चिंता आन खड़ी हुई है। ऐसे अनाथ बच्चों के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने बड़ी पहल की है। इसके लिए सत्र 2021-22 के विद्यार्थियों के लिए फीस में छूट का प्रावधान किया है। इसके लिए कोविड सहायता योजना को लागू किया है।
आक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए किया काम
विदित है कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा के निर्देशानुसार कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान कुवि ने कर्मचारियों के लिए वैक्सीनेशन, मास्क व सैनिटाइजर वितरण अभियान चलाया था। इसके अलावा कुवि ने कोविड-19 में आक्सीजन टीम का भी गठन किया था। जिसने कोरोना मरीजों को आक्सीजन उपलब्ध करवाने में सराहनीय कार्य किया।
यह रहेगा प्रस्ताव
कुवि की डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. मंजुला चौधरी ने बताया कि वैश्विक महामारी के कारण अपने अभिभावकों को खोने वाले बच्चों के लिए आगे आई है। ऐसे बच्चों को सत्र 2021-22 में कुवि कैंपस में दाखिला मिलने पर फीस में छूट दी गई है। बजटिड कोर्स में दाखिला मिलने पर आन कैंपस में ट्यूशन फीस व फंड में पूरी छूट दी गई है, जबकि सेल्फ फाइंनेस कोर्स में 50 फीसद फीस छूट का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि यह योजना वर्तमान शैक्षणिक सत्र में आन कैंपस कोर्स में नए छात्रों पर लागू होगी। प्रो. मंजुला चौधरी ने बताया कि इसके लिए कोविड-19 से संबंधित डेथ सर्टिफिकेट जरूरी है।