Move to Jagran APP

हुड्डा ने की जनक्रांति यात्रा के दूसरे चरण की शुरूआत,सरकार पर जमकर बरसे

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा ने रविवार को पानीपत से भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। कहा कि जब तक सत्ता और व्यवस्था परिवर्तन नहीं होता वह चुप नहीं बैठेंगे।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sun, 03 Jun 2018 05:02 PM (IST)Updated: Mon, 04 Jun 2018 06:34 PM (IST)
हुड्डा ने की जनक्रांति यात्रा के दूसरे चरण की शुरूआत,सरकार पर जमकर बरसे
हुड्डा ने की जनक्रांति यात्रा के दूसरे चरण की शुरूआत,सरकार पर जमकर बरसे

जेएनएन, समालखा (पानीपत)। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा ने रविवार को पानीपत से भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। कहा कि जब तक सत्ता और व्यवस्था परिवर्तन नहीं होता वह चुप नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि चार साल का समय सरकार को दिया था कि वह जनहित में काम करे, लेकिन इन चार साल में सरकार पूरी तरह नाकाम रही है और प्रदेश के अमन-भाईचारे को ठेस पहुंचाने का काम किया है।

loksabha election banner

पूर्व मुख्यमंत्री यहां पानीपत के समालखा की अनाज मंडी से जनक्रांति यात्रा के दूसरे चरण की शुरूआत के मौके पर आयोजित रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार से हर वर्ग पूरी तरह दुखी है। आज के समय में सरकार से किसान, मजदूर, व्यापारी, कर्मचारी समेत समाज के तमाम वर्ग परेशान हैं।

उन्होंने कहा कि वह पिछले चार साल से जनता की आवाज सरकार तक पहुंचा रहे थे, लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। अब आवाज पहुंचाने के बजाय सरकार को प्रदेश से भगाने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि सत्ता प्राप्त करने के लिए जनता से पूर्व में भाजपा ने 154 वादे किए थे और सत्ता मिलते ही सारे वादों को भूला दिया गया।

हुड्डा ने कहा कि उनका रथ तभी रूकेगा, जब प्रदेश की सत्ता से मौजूदा जनविरोधी सरकार को उखाड़ कर फेंक देंगे। उन्होंने कहा कि यह सत्ता और व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई है। इसमें हर आदमी की आहूति की जरूरत होगी। हुड्‌डा ने लोगों का आह्वान किया कि उनका साथ रहा, तो प्रदेश से इस नकारा सरकार का सफाया कर दिया जाएगा। 

किसान की एक ईंच जमीन नीलाम करके दिखाए सरकार

सरकार की ओर से किसानों को दिए गए नीलामी नोटिस पर पूर्व सीएम ने कहा कि अगर सरकार में हिम्मत है तो किसी किसान की एक इंच जमीन को नीलाम करके दिखाए। उन्होंने किसानों को भरोसा दिया कि वे संकट के इस समय में कंधे से कंधा मिलाकर उनके साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि किसान की दुर्दशा यह है कि आज उसकी फसल कौड़ियों के भाव लूटी जा रही है। चाहे धान हो, सरसों, कपास हो, बाजरा, पोपुलर, प्याज, टमाटर, या आलू हो। फसल का उचित भाव न मिलने के कारण किसान कर्ज में डूब गया है।

यह भी पढ़ेंः भाजपा पार्षद का दावा- चार पार्टी पार्षदों ने कांग्रेस को दिया वोट, मेरे पास है सुबूत


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.