भावांतर भरपाई योजना में आलू और फूलगोभी के लिए 30 तक करा सकेंगे पंजीकरण
उद्यान विभाग की तरफ से भावांतर भरपाई योजना के तहत पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। योजना का मकसद मंडी में सब्जी की कम कीमत के दौरान किसानों को निर्धारित संरक्षित मूल्य द्वारा जोखिम को कम करना है। किसान योजना के लाभ के लिए मार्के¨टग बोर्ड की वेबसाइट पर पंजीकरण करा सकते हैं। प्रदेश सरकार ने उक्त योजना में छह और किस्म को शामिल किया है। योजना की शुरूआत 1 जनवरी 201
जागरण संवाददाता, पानीपत : उद्यान विभाग की तरफ से भावांतर भरपाई योजना के तहत पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। योजना का मकसद मंडी में सब्जी की कम कीमत के दौरान किसानों को निर्धारित संरक्षित मूल्य द्वारा जोखिम को कम करना है। किसान योजना के लाभ के लिए मार्के¨टग बोर्ड की वेबसाइट पर पंजीकरण करा सकते हैं। प्रदेश सरकार ने उक्त योजना में छह और किस्म को शामिल किया है। योजना की शुरूआत 1 जनवरी 2018 को हुई थी। निर्धारित उत्पादन : योजना के अंतर्गत बागवानी फसलों पर 48 से 56 हजार रुपये प्रति एकड़ आमदनी सुनिश्चित करना है। इसे लेकर उत्पादन भी निर्धारित किया है। इतने तक ही भावांतर के तहत भरपाई की जाती है। इसमें आलू 120, प्याज 100, टमाटर 140 व फूलगोभी 100 ¨क्वटल प्रति एकड़ है। इससे ज्यादा उत्पादन पर कोई भरपाई नहीं होती है। हालांकि इस बार सरकार ने फसलों के पंजीकरण करने की तिथि से लेकर संरक्षित मूल्य तक में भी 100 रुपये तक की बढ़ोतरी की है। इतने रकबा में खेती -- विभागीय आंकड़ों के मुताबिक पानीपत जिले में आलू की 1100 हेक्टेयर, प्याज की 1198, टमाटर की 1250 और फूलगोभी की 6550 हेक्टेयर में खेती होने का अनुमान है। निर्धारित अवधि में कराए पंजीकरण -- जिला उद्यान अधिकारी महावीर शर्मा ने बताया कि भावांतर भरपाई योजना के तहत पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। किसान निर्धारित अवधि तक पंजीकरण करा सकते हैं। पिछले साल के मुकाबले इस बार योजना में शामिल आलू, प्याज, फूलगोभी व टमाटर की मूल्य अवधि में 100 रुपये प्रति ¨क्वटल के हिसाब से बढ़ोतरी हुई है। सरकार ने योजना में मटर, गाजर, बैगन, अमरूद, कीनू व शिमला मिर्च को भी शामिल करने की घोषणा की है। लेकिन अभी उनके पास कोई आदेश नहीं आया है। इसराना खंड के गांव बुड़शाम में बुधवार को भावांतर भरपाई योजना के तहत जागरूकता कैंप का आयोजन किया गया। कैंप में सौ के करीब किसानों ने भाग लिया। जिला बागवानी सलाहकार अजय कुमार ने किसानों को योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मार्के¨टग बोर्ड द्वारा बनाई गई वेबसाइट फसलएचआरवाई डाट इन पर पंजीकरण कर सकते हैं। फसल पंजीकरण अवधि सत्यापन अपील बिक्री अवधि आलू 15 सितंबर से 30 नवंबर 30 नवंबर 15 दिसंबर दिसंबर से मार्च प्याज 15 दिसंबर से 15 फरवरी 15 मार्च 25 मार्च अप्रैल से मई फूलगोभी 15 सितंबर से 30 नवंबर 30 नवंबर 15 दिसंबर दिसंबर से मार्च टमाटर 15 दिसंबर से 15 फरवरी 15 मार्च 25 मार्च अप्रैल से 15 जून