Bharat Bandh in Karnal: करनाल में भारत बंद का असर, प्रमुख बाजार बंद, जाम भी लगा
करनाल में भारत बंद की वजह से सुबह के समय दुकानें और बाजार बंद रहे। गेट बाजार पर व्यापारियों ने प्रदर्शन किया। इस वजह से करीब आधा घंटा जाम की स्थिति रही। इसके बाद बाजारों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया।
पानीपत/करनाल, जेएनएन। करनाल शहर के करण गेट बाजार में व्यापारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। इसके चलते करीब आधा घंटे तक जाम लगा रहा। फिलहाल करण गेट मार्केट, सब्जी मंडी मार्केट, नेहरू पैलेस मार्केट, नेताजी सुभाष मार्केट, कुंजपुरा रोड आदि बाजारों की दुकानें पूरी तरह बंद कर दी गईं। सुबह नौ बजे कुछ व्यापारियों ने दुकानें खोलीं लेकिन व्यापारिक संगठनों ने बंद का आह्वान किया तो सभी ने शटर गिरा दिए। इक्का दुक्का दुकानों को छोड़ दिया जाए तो सुबह 11 बजे तक बंद पूरी तरह सफल रहा है। हालांकि, शहरी क्षेत्र में आवागमन अधिक प्रभावित नजर नहीं आ रहा है। ई-रिक्शा सहित अन्य वाहनों का सुचारू ढंग से परिचालन हो रहा है। रोडवेज बसों का परिचालन अवश्य प्रभावित हुआ है। जबकि, हाईवे पर भी फिलहाल यातायात सामान्य है।
शहर में सुबह से ही व्यापारिक संगठनों की ओर से पूरे शहर में घूमकर सभी वर्गों से बंद में सक्रिय भागीदारी की अपील की जा रही है। इसके चलते जो व्यापारी बंद में शामिल नहीं थे, बाद में उन्होंने भी दुकानें बंद कर दीं। शहर के तकरीबन सभी प्रमुख बाजारों में अब बंद का असर बखूबी नजर आ रहा है। व्यापारियों की ओर से किसानों के समर्थन में जमकर नारेबाजी भी की गई। इस दौरान सबसे पहले व्यापारी शहर के डेरा कार सेवा चौक पर एकत्र हुए और वहां से करण गेट, सब्जी मंडी, नेहरू पैलेस, नेताजी सुभाष मार्केट व कुंजपुरा रोड आदि बाजारों में होते हुए लगातार आगे बढ़ते रहे।
व्यापारियों का समूह जिधर से भी निकला, वहां यदि कुछ दुकानें पहले खुली भी थीं, उन्हें बंद करा दिया गया। व्यापारियों ने कहा कि प्रदेश व केंद्र सरकार की अनुचित नीतियों के विराेध में हर सीमा तक संघर्ष किया जाएगा। दूसरी ओर, पुलिस प्रशासन की ओर से भी व्यापारियों के रुख को देखते हुए बाजारों का दौरा किया गया। उपायुक्त निशांत यादव और एसपी गंगाराम पूनिया ने शहर के कमेटी चौक पहुंचकर हालात का जायजा लेते हुए अधीनस्थ अधिकारियों तथा पुलिस बल को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। दोपहर बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल के करनाल आगमन को देखते हुए हर प्रकार के हालात और चुनौतियों से निपटने के लिए भी प्रशासनिक स्तर पर पुख्ता तैयारियों का दावा किया गया है।