सावधान, हरियाणा के पेट्रोप पंपों पर मिलावट की खबरें, गुजरात से आया नेटवर्क
बायो डीजल व बेस आयल के नाम पर मिलावटी डीजल पेट्रोल की बिक्री से लग रहा उपभोक्ता को चूना। मिलावटी डीज़ल व पेट्रोल के अवैध कारोबार से प्रदेश सरकार को लग रहा है करोड़ों रुपये के राजस्व का चूना। तेल माफिया खुले आम कर रहा राजस्व की भारी चोरी।
जागरण संवाददाता, पानीपत। हरियाणा में बायो डीजल व बेस ओयल के नाम पर मिलावटी डीजल व पेट्रोल की अवैध बिक्री भयावह रूप लेती जा रही है। जिसकी रोकथाम के लिए सख्त कदम उठाए जाने चाहिए। यह मांग पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन ने की। मार्केट में मिलावटी डीजल व पेट्रोल पर 3 से 5 रुपये प्रति लीटर तक की नाजायज़ व खुली छूट हर जिले में कुछ पेट्रोल पंप डीलरों द्वारा ग्राहकों को प्रदान की जा रही है। लीगल बिक्री में किसी भी तरह सम्भव नही है। जो भी पेट्रोल पंप डीलर सरकारी तेल कंपनियों द्वारा तय कमीशन से भी ज्यादा छूट ग्राहक को प्रति लीटर दे रहे हैं, वे स्वयं यह प्रमाणित कर रहे हैं कि वे निश्चित रूप से मिलावटी तेल के खेल में पूर्ण रूप से लिप्त हैं।
मिलावटी तेल की वजह से मिल रही नाजायज़ छूट के कारण आम पंप डीलर का व्यापार आज के मंदी के परिदृश्य में न केवल बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है अपितु अधिकांश पेट्रोल पंप भारी घाटे का सामना कर रहे हैं। मिलावटी व नकली तेल के इस खेल को रोकने के लिए पेट्रोलियम डीलर्ज वेल्फेयर एसोसिएशन आगामी 8 नवम्बर से प्रदेश स्तर पर एक व्यापक अभियान शुरू करने जा रही है।
ग्राहक के हितों पर डाका
हरियाणा पुलिस, सरकारी तेल कंपनियों व खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की संयुक्त रेड टीम पेट्रोलियम डीलर्ज वेल्फेयर एसोसिएशन के सहयोग से पूरे प्रदेश में व्यापक कार्यवाही करेंगी। इस अवैध खेल में लिप्त काफी लोगों के बारे में महत्वपूर्ण इनपुट पेट्रोलियम डीलर्ज वेल्फेयर एसोसिएशन के पास है। मिलावट के इस अवैध कुकृत्य में लिप्त लोगों की वजह से ना केवल ग्राहक के हितों पर खुला डाका डाला जा रहा है, अपितु डीजल व पेट्रोल की जायज बिक्री से प्रदेश सरकार को प्राप्त होने वाले राजस्व की भी खुली लूट की जा रही है।
गुजरात से राजस्थान पहुंचा तेल माफिया, पंजाब और हरियाणा में जाल बिछाया
पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन को ऐसे इनपुट मिले हैं, जिनके आधार पर कहा जा रहा है कि तेल माफिया ने गुजरात की जगह अब राजस्थान को अपना गढ़ बना लिया है। यहीं से पंजाब और हरियाणा में जाल बिछाया जा रहा है। दरअसल, गुजरात के पेट्रोल पंप डीलरों और सरकार ने तेल माफिया को वहां से खदेड़ दिया था।
इस तरह करते हैं मिलावट
इंपोर्टेड बेस आयल होता है। पैराफीन मिलाने से यह डीजल जैसा काम करता है। पकड़े जाने से बचने के लिए माल के साथ इनके पास बिल होता है। यह बायोडीजल के नाम से आता है। बेस आयल ल्युब्रिकेंट, इंजन आयल और पेंट बनाने में काम आता है। इससे गाड़ी चल तो जाती है, लेकिन इंजन के जल्द खराब होने के पूरे आसार रहते हैं।
गुजरात में बड़े स्तर पर गिरफ्तारियां
गुजरात में यह मामला सामने आने पर वहां विशेष टीम गठित हुई। एटीएस-क्राइम ब्रांच की डेढ़ सौ से ज्यादा टीमों ने छापे मारे। तीन सौ से ज्यादा की गिरफ्तारी हुई। ऐसा पता चला है कि इन्हीं लोगों ने जमानत पर छूटकर नेटवर्क बना लिया है।