साइबर ठगों से सावधान, एक के बाद एक ठगी की चार बड़ी वारदातें, लाखों रुपये और जमीन हड़पी
साइबर ठग रोजाना नए नए हथकंडे अपनाकर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे है। लोग उनके जाल में फंसकर लाखों रुपये गंवा रहे हैं। अंबाला में भी ठगी के चार बड़े मामले सामने आए हैं। ऐसे में साइबर ठगों से सावधान रहने की जरूरत है...
अंबाला, जागरण संवाददाता। साइबर ठगों के जाल में लोग इस तरह फंस रहे हैं कि लाखों रुपये गंवा रहे हैं। शिकायतकर्ताओं को आभास तक नहीं हाेता कि वे उनके जाल में फंस रहे हैं। नित नए हथकंडे अपना कर शातिर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। अंबाला कैंट में दो ऐसे ही मामले दर्ज किए गए, जिनमें लोगों ने लाखों रुपये गंवा दिए। दूसरी ओर फर्जी जनरल पावर आफ अटार्नी (जीपीए) बनाकर पांच लाख रुपये ठग लिए, जबकि एक मामले में जमीन के कागजातों में छेड़छाड़ करके उस पर कब्जा कर लिया गया। अब पुलिस अलग-अलग मामले दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है।
केस नंबर एक: सेना के सूबेदार को सिम बंद होने का झांसा, दस रुपये का रीचार्ज कर ठगे 4.57 लाख रुपये
सेना में तैनात सूबेदार अशोक कुमार को शातिर ने झांसा देकर चार लाख सत्तावन हजार एक सौ पंद्रह रुपये की रकम उड़ा ली। शातिरो के बारे में कुछ भी पता नहीं चल पाया है। साइबर थाना ने जांच के बाद मामला कैंट थाना में भेजा है, जहां मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। शिकायत में सूबेदार अशोक कुमार निवासी हार्डिंग लेन आर्मी एरिया ने बताया कि वह सेना में तैनात है। उनका एक एयरटेल का सिम है। उन्होंने बताया कि एक शातिर ने काल करके कहा कि उसका सिम बंद हो रहा है। इस पर उसने पूछा कि ऐसा क्यों है, तो काल करने वाले ने कहा कि वह दस रुपये का रीचार्ज करवा लो।
उन्होंने यह दस रुपये का रीचार्ज करवा लिया। लेकिन हैरानी कि उनके मोबाइल पर न तो कोई ओटीपी आया और न ही कोई अन्य काल, लेकिन उनके खाते से चार लाख सत्तावन हजार एक सौ पंद्रह रुपये की नकम कट गई। इसके बाद उनके मोबाइल पर मैसेज आया, जिससे पता चला कि उनके खाते में 79 रुपये 23 पैसे ही बचे हैं। इस पर उन्होंने साइबर थाना पुलिस को शिकायत दी, जिसके बाद अब कैंट थाना पुलिस ने मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
केस नंबर दो: एनी डेस्क डाउनलोड करवाया और 50 मिनट बात की, 1.10 लाख ठगे
हवाई टिकट कैंसल करवाने के लिए पवन कुमार निवासी दलीपगढ़ ने काल की तो शातिर ने इस तरह से जाल बुना की वह उसमें फंसता गया। शातिर ने शिकायतकर्ता को उसके मोबाइल में एनी डेस्क डाउनलोड कराया और 1.10 लाख रुपये की रकम ऐंठ ली। पवन ने बताया कि 27 सितंबर 2021 को हरियाणा बंद था, जबकि उसने बागडोगरा (बंगाल) जाने के लिए हवाई यात्रा को कैंसल करवा दिया। वह 28 सितंबर को दिल्ली से फ्लाइट पर गया, जबकि पिछली टिकट का रिफंड लेने के लिए एयरलाइन का नंबर गूगल से निकाला। इस पर काल की तो उसने कहा कि आवाज साफ नहीं है, तो उसने दूसरे नंबर से काल की। शातिर ने उनको मोबाइल पर एनी डेस्क डाउनलोड करने को कहा।
शातिर को छह अंकों का ओटीपी भी बता दिया। इसके बाद शातिर ने उसे एक आप्शन में जाकर 3200 रुपये टाइप करने को कहा, जो उसने तीन बार कराया। राशि की जगह उसने उसके बैंक खाते के चार अंक लिखने और अंत में शून्य लगाने को कहा। इसके बाद उसके खाते से 52130 रुपये, 44441 रुपये, 3200 रुपये कट गए। कालर ने कहा कि तकनीकी कारण से यह हो गया। कालर ने उसका कार्ड नंबर मांगा, जो उसने दे दिया। इसके बाद खाते से 10371 रुपये कट गए। करीब पचास मिनट तक बातचीत होती रही, जिसके बाद शातिर ने काल काट दी। शिकायतकर्ता ने अपने बैंक को शिकायत देकर अपने खाते की नेट बैंकिंग बंद करवाई।
केस नंबर तीन: जमीन की खरीद फरोख्त में फर्जी जीपीए बनाकर ठगे पांच लाख
थाना अंबाला कैंट पुलिस ने जमीन की खरीद फरोख्त में फर्जी जनरल पावर आफ अटार्नी (जीपीए) बनाकर पांच लाख रुपये की ठगी कर ली। पुलिस ने कुलवंत सिंह निवासी बीर बाजार उत्तर पश्चिम दिल्ली की शिकायत पर वीना शर्मा निवासी सेक्टर दस अंबाला शहर और भूपेंद्र सिंह निवासी रानी माजर मोहाली पंजाब के खिलाफ केस दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है। कुलवंत ने कहा कि उसका एक्सपोर्ट इंपोर्ट का काम है। उसकी बहन की शादी गांव बलाना में हुई है और उसका आना जाना लगा रहता है। वह भूपिंद्र सिंह को जानता है, क्योंकि नवंबर 2020 में उसने उसकी पुश्तैनी जमीन गांव हंगाला में खरीदी थी। भूपिंद्र ने खुद को प्रापर्टी डीलर बताया। भूपिंद्र और वीना से एक इकरारनामा मौजा गांव सिघपुरा तहसील जीकरपुर जिला एसएएस मोहाली पंजाब में एक जमीन का किया। इस जमीन का सौदा छह करोड़ रुपये में हुआ। वीना शर्मा ने स्वयं को जीपीए के आधार पर जमीन का मालिक बताया।
जब उन्होंने यह चेक किया, तो पाया कि इस जीपीए का असल मालिक सुरजीत कौर है। उन्होंने बीना को पांच लाख रुपये दे दिए। कुलवंत ने बताया कि वह अपनी पत्नी को यह जमीन दिखाने के लिए लेकर गया था। यहां पर एक व्यक्ति ने बताया कि जमीन का मालिक तीन साल से विदेश में रह रहा है, जबकि उसने इस जमीन की केयर टेकर से बात भी करवाई, जिसने अपना नाम सुरजीत कौर बताया। जब उसने भूपिंद्र से बात की, तो वह टाल मटोल करने लगा। छानबीन में बता चला कि आरोपितों ने सुरजीत कौर का फर्जी अंगूठा लगाकर यह जाली जीपीए तैयार की है। आरोपित उसके रुपये भी नहीं लौटा रहे।
केस नंबर चार: जमीन के रिकार्ड में छेड़छाड़ कर अपने नाम करवाई
थाना साहा पुलिस ने हरमीत सिंह निवासी मुक्तसर पंजाब की शिकायत पर जमीन के रिकार्ड में छेड़छाड़ कर हड़पने के मामले निक्का राम, कुशलपाल सिंह, बिमला देवी, केवल, सुमन रानी, पूनम, मीनू व अनीता के खिलाफ केस दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है। हरमीत ने बताया कि गांव फुलेलमाजरा में महासिंह व प्रीतपाल सिंह साल 1971-72 की जमाबंदी में जमीन के बराबर हिस्सेदार थे। उन्हेांने बताया कि उनके दादा महा सिंह से उनके पिता इकबाल सिंह ने जमीन का आधा हिस्सा लिया था, जिसका रिकार्ड है। उनके पिता काफी लंबे समय से काश्त कर रहे थे। हरमीत ने बताया कि उनके पिता द्वारा खरीदी जमीन का पता नहीं था, जबकि गांव के घर से कुछ कागजात मिले, तो जमीन के बारे में पता चला।
इस पर जांच पड़ताल की, तो पाया कि इस जमीन के वे मालिक हैं। यह जमीन उनके पिता के नाम न होकर मदन लाल के नाम पर इंतकाल दर्ज है। उस समय के पटवारी ने रिकार्ड में छेड़छाड़ करके साल 1981-82 की जमाबंदी में हेरफेर कर दिया। इसी पर साल 2004 में एसडीएम कोर्ट अंबाला शहर में केस दायर किया। उन्होंने कहा कि साजिशन जमीन को मदन लाल के नाम पर कर दिया गया, जबकि मदन लाल की मौत के बाद यह जमीन आरोपितों ने हड़प ली। पुलिस ने केस दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।