खाना खाते हुए क्या आप भी ऐसा करते हैं तो सावधान रहें, स्ट्रीट फूड भी छोड़ें
खान पान को लेकर अगर आप एहतियात नहीं बरत रहे हैं तो सावधान हो जाइए। आपकी लापरवाही आपको बीमार कर सकती है। रेस्टोरेंट-ढाबों का चटपटा छोडिए घर में बनाएं-शुद्ध खाएं। फूड की होम डिलीवरी परोस रही है मोटापा। जानिए क्या कह रहे पानीपत के एक्सपर्ट।
पानीपत, जागरण संवाददाता। मोबाइल फोन के की-पैड पर अंगुलियां घुमाकर रेस्टोरेंट-ढाबा या स्ट्रीट फूड का चस्का लग गया है तो समझिए बीमारियां आपकी ओर बढ़ रही हैं। चटपटा-तला व्यंजन खाने में कुछ क्षण का स्वाद तो मिल सकता है, परिवार की सेहत नहीं। इससे बेहतर है कि आप जिस भी खाद्य सामग्री का आर्डर देने का मन बना रही हैं, उन्हें घर की रसोई में ही तैयार करें।
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-4 की रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा में लोगों की तोंद बढ़ रही है। करीब 20 फीसद पुरुष मोटापा के शिकार है। महिलाओं की स्थिति भी ऐसी ही है। शहरी क्षेत्र में तो करीब 30 फीसद आबादी मोटापा से ग्रस्त है। नतीजा, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, एनीमिया, दिल की बीमारियों सहित अन्य रोगों का खतरा साल-दर-साल बढ़ रहा है। मोटापा सहित तमाम बीमारियों की मुख्य वजह चटपटा-तला भोजन और जीवनशैली भी है।
होम डिलीवरी का चलन बढ़ा है
महिला एवं बाल विकास विभाग में पोषण अभियान की जिला कोर्डिनेटर एवं डाइटीशियन श्रेया मिड्ढा ने बताया कि मेट्रो शहरों के साथ पानीपत जैसे छोटे शहरों में भी फूड की होम डिलीवरी का चलन दो वर्षों में बढ़ा है। स्वैगी, जोमेटो जैसी तमाम बड़ी कंपनियां इस फील्ड में उतर गई हैं। पीजी में रहने वाले विद्यार्थी, किराये के घरों में अकेले रहने वाले नौकरी पेशा, युवा आनलाइन या फोन काल कर चाउमीन, मंचूरियन, पिज्जा, बर्गर, हाट डाग, फ्राइड राइस, स्प्रिंग रोल, चिली पोटेटो आदि का आर्डर देते हैं। अब गृहणियां भी इसी राह पर चल निकली हैं।
इसलिए खतरनाक है
सभी जानते हैं कि आर्डर देकर मंगाए इन व्यंजनों में नमक-मिर्च-मसाला की भरमार होती है। आयल खूब इस्तेमाल होता है। सेवन से बच्चों, युवाओं और महिलाओं में मोटापा बढ़ रहा है। डा. मिड्ढा के मुताबिक महिलाएं रसोई में मूंग की दाल का पिज्जा और चावल की चाउमीन बनाएं। मंचूरियन में काले रंग की चटनी न डालें। व्यंजनों में हरी सब्जियां, पनीर और सोयाबीन अधिक डालें। कम तेल और मसालों के साथ रसोई में तैयार करें, तभी परिवार की सेहत बढ़ेगी।
अच्छी सेहत के लिए यह भी आजमाएं
-बच्चों से रसोई के काम में मदद मांगें।
-बच्चों को समय-समय पर हेल्थ टिप्स दें।
-घर में सेहत-स्वास्थ्य से जुड़ी पत्रिका मंगवाएं।
-खाना खाते समय मोबाइल, लैपटाप जैसे गैजेट्स का इस्तेमान न करें।
-खाना तो खूब चबाकर खाने की बच्चों को आदत डालें।