हरियाणा में बासमती के दामों में लगातार कमी आने से किसान मायूस, अब तो भी आवक बंद
हरियाणा में बासमती के दामों में कमी आई है। लगातार भाव में कमी की वजह से किसान मायूस हैं। अब तो अनाज मंडी में खरीददार न मिलने पर आवक भी हुई बंद। शुरुआत में बासमती के दामों में काफी तेजी आई थी।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। अनाज मंडियों में लगातार बासमती धान की बेकद्री ने किसानों को मायूस कर दिया है। धान खरीद सीजन की शुरुआत में 4200 रुपये प्रति क्विंटल तक बिकने वाली बासमती के दाम कम होकर 3200 रुपये प्रति क्विंटल तक रह गए हैं। हालात ऐसे हैं कि 1121 किस्म की धान के दाम बासमती से भी एक हजार रुपये अधिक मिल रहे हैं। थानेसर अनाज मंडी में बासमती का खरीददार नहीं मिलने पर किसानों ने मायूसी में बासमती धान लेकर आना ही बंद कर दिया है।
जिला भर की अनाज मंडियों में 1121 किस्म के धान के दाम चार हजार प्रति क्विंटल से ऊपर और बासमती धान 3200 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गए हैं। इसी तरह 1718 किस्म के दाम 3400 रुपये प्रति क्विंटल मिल रहे हैं। पिछले कई सालों में पहली बार बासमती के दाम इतने कम हुए हैं। दाम कम होने पर किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। अनाज मंडी में धान लेकर पहुंच रहे किसान अमरजीत ने बताया कि ऐसा पहली बार देखा है कि बासमती को व्यापारी पूछ भी नही रहे हैं। धान खरीद के सीजन की शुरूआत में 4500 रुपये प्रति क्विंटल तक बिकने के बाद लगातार दाम कम होते गए हैं। इस बार पैदावार कम होने और उसके बाद दाम कम मिलने पर किसानों को प्रति एकड़ 15 से 20 हजार का नुकसान हो रहा है।
मंडी में नहीं मिल रहा बासमती का व्यापारी
थानेसर की नई अनाज मंडी एसोसिएशन के पूर्व प्रधान दयाल चंद ने बताया कि मंडी में बासमती धान का कोई व्यापारी नहीं है। बासमती के लिए खरीददार न मिलने पर किसानों को भी मायूसी मिल रही है। इस मायूस के चलते पिछले कई दिनों से आवक की बंद हो गई है। इस बार विदेशों से भी बासमती की डिमांड नहीं आई है। डिमांड न होने पर व्यापारी कन्नी काट रहे हैं और इसके दाम लगातार कम होते जा रहे हैं।