Move to Jagran APP

जींद में फेरों से पहले बिन दुल्‍हन लौटी बरात, नहीं मानते तो जाना पड़ता जेल

जींद में दो नाबालिग लड़कियों की शादी का मामला सामने आया है। बाल विवाह निषेध अधिकारी की टीम ने दो नाबालिग लड़कियों की शादी रुकवाई। दोनों के आयु प्रमाण पत्र जांचे तो हकीकत सामने आई। इसके बाद परिवार वालों ने माफी मांगी।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Mon, 26 Oct 2020 04:41 PM (IST)Updated: Mon, 26 Oct 2020 04:41 PM (IST)
जींद में फेरों से पहले बिन दुल्‍हन लौटी बरात, नहीं मानते तो जाना पड़ता जेल
जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी की टीम ने जींद में दो नाबालिग लड़कियों की शादी रुकवाई।

पानीपत/जींद, जेएनएन। जींद जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी की टीम ने दो नाबालिग लड़कियों की शादी रुकवाई। जामनी गांव में बारात लेकर आया युवक की आयु भी शादी के नियमानुसार पूरी नहीं थी। जबकि 17 साल की लड़की की शादी 25 वर्ष के युवक के साथ की जा रही थी। दोनों ही जगह पर विभाग की टीम ने स्वजनों से लिखित में लेकर शादी को रुकवा दिया और स्वजनों ने आश्वासन दिया कि जब तक उनकी उम्र पूरी नहीं होती वह शादी नहीं करेंगे।

loksabha election banner

जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध विभाग के सहायक अधिकारी रवि लोहान ने बताया कि सूचना मिली थी कि गांव जामनी में एक नाबालिग लड़की की शादी की जा रही है। जब विभाग की टीम पुलिस को लेकर गांव में पहुंची तो खेड़ा खेमावती से बारात आ चुकी थी और डीजे बज रहा था। जब टीम ने लड़के के आयु के कागजात मांगे तो उसमें उसकी उम्र 18 साल मिली।

जब दुल्हन के कागजातों को देखा तो उसकी उम्र 17 साल मिली। जहां पर विभाग की टीम ने स्वजनों ने बताया कि लड़के की आयु की उम्र 21 साल है, जबकि लड़की की शादी की उम्र 18 साल है। अगर इन दोनों की शादी करेंगे तो यह गैरकानूनी है। जहां पर स्वजनों ने बताया कि लड़की के माता-पिता अनपढ़ है और दो लड़कियों की शादी थी। इसलिए खर्च से बचने के लिए उन्होंने छोटी लड़की की भी शादी साथ में कर रहे थे। बाद में उन्होंने लिखित में दिया कि वह बालिग होने के बाद ही उसकी शादी करेंगे।

दूल्हा 25 का व दुल्हन मिली 17 की

गांव होशियारपुरा में भी विभाग की टीम ने नाबालिग लड़की की शादी को रुकवाया है। जब विभाग की टीम गांव होशियारपुरा में पहुंची तो वहां पर पानीपत जिले के गांव बाल जाटान से युवक बारात लेकर आया हुआ था और फेरों की तैयारी चल रही थी। जब विभाग की टीम ने लड़के के आयु के कागजात देखे तो उसमें युवक 25 वर्ष का मिला। जब दुल्हन के कागजात देखे तो उसमें उसकी उम्र 17 साल मिली। जहां पर विभाग की टीम ने स्वजनों ने उम्र संबंधित जानकारी दी और लड़की के बालिग नहीं होने तक शादी करने पर रोक लगा दी। इसके बाद स्वजनों ने लिखित में दिया कि लड़की के बालिग होने तक उसकी शादी नहीं की जाएगी। इसके बाद बारात बिना दुल्हन के वापस लौट गई।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.