बैंक हुए फेल, डीसी ने लगाई क्लास
बैंकों की हुई समीक्षा बैठक सरकारी योजनाओं का लक्ष्य पूरा करने में असफल रहे बैंकों को लताड़
जागरण संवाददाता, पानीपत : जिला स्तरीय बैंकर्स कमेटी की सोमवार को समीक्षा बैठक हुई। इसमें बैंकों का रिपोर्ट कार्ड देखकर डीसी सुमेधा कटारिया भड़क गई। दरअसल, सरकारी योजनाओं का लक्ष्य पूरा करने में बैंक फेल साबित हुए। इस पर उन्होंने अधिकारियों को भविष्य में योजनाओं का लक्ष्य पूरा करके मीटिग में आने की नसीहत दी।
समीक्षा बैठक में बताया गया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत 92 लोगों के आवेदन स्वीकृत किए गए हैं। 292 लोगों के आवेदन आए थे। इस पर डीसी ने अधिकारियों से 200 लोगों को ऋण न देने का कारण पूछ लिया। स्टैंड अप योजना का भी लक्ष्य पूरा नहीं हुआ। इसके तहत 452 लोगों को ऋण दिया जाना है, जबकि 30 को ही सुविधा मिल सकी।
उन्होंने इलाहबाद बैंक, भारतीय स्टेट बैंक मतलौडा, समालखा, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया सुखदेव नगर के बैंक अधिकारियों को भी कड़ी चेतावनी दी। इन बैंकों में आधार कार्ड नहीं बनाया जा रहा है। बैंकिग कारोबार 24 हजार करोड़ पार, 15 प्रतिशत की वृद्धि
किसी भी जिले के आर्थिक विकास का पता वहां के बैंकिग कारोबार से चलता है। पानीपत जिले का बैंकिग कारोबार 24 हजार करोड़ पार कर गया है। जिले में 43 बैंक काम कर रहे हैं, जिनका कुल कारोबार 24,576 करोड़ पहुंच गया है। एलडीएम राकेश वर्मा ने बताया कि 15.46 प्रतिशत कारोबार पिछले वर्ष की तुलना में बढ़ा है। 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी डिपोजिट व 13.21 प्रतिशत की वृद्धि ऋण आवंटन में हुई है। 1.60 लाख तक सिक्योरिटी नहीं लेगा बैंक
कैंकर्स कमेटी की मीटिग में रिजर्व बैंक के अधिकारी राजीव नारंग ने कहा कि पहले कृषि संबंधी कार्यों के लिए एक लाख रुपये का ऋण लेने पर सिक्योरिटी नहीं ली जाती थी अब इसे बढ़ा दिया गया है। 1.60 लाख रुपये तक बैंक गारंटी नहीं देनी होगी। 43 बैंकों की समीक्षा
जिले के सभी 43 बैंकों की एक-एक करके समीक्षा की गई। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, करुर वैश्य बैंक, एचडीएफसी, यश बैंक, कैनरा बैंक आवेदन लंबित मिली। इन बैंकों को जल्द से जल्द आवेदन निपटाने के आदेश दिए गए। स्टैंड अप योजना में प्रदेश में चौथे नंबर पर पानीपत
स्टैंड अप योजना में 30 लोगों को ऋण दिया गया। प्रदेश में पानीपत इस योजना में लोन देने में चौथे नंबर पर रहा। योजना के तहत 452 लोगों को ऋण दिया जाना है। योजना में पात्र लोग बैंकों को नहीं मिल पा रहे। इसमें हर बैंक को दो लोगों को वित्तीय सहायता देनी है। कम लोंगों को ऋण देने पर ही उपायुक्त भड़कीं। बैंक अधिकारी बोले- लक्ष्य से अधिक दिया ऋण
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत 85 लोगों को ऋण देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। 92 लोगों को ऋण दिया जा चुका है। बैंकों का कहना है कि लक्ष्य से अधिक ऋण दिया जा चुका है। जबकि इस योजना के तहत 292 लोगों ने आवेदन किया है। तीन माह में नेट बैंकिग, डिजिटल से सात हजार करोड़ का लेन देन
डिजिटल बैंकिग के माध्यम से पिछले तीन माह के दौरान 7846 करोड़ का लेन-देन हुआ। इसमें 50,56,434 टांजैक्शन की गई। जनधन योजना में 38 हजार खातों में लेन-देन नहीं
प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत 3,72,693 खाते खोले गए। इनमें से 38,479 खाते ऐसे हैं जिनमें जीरो बैलेंस है।