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कार्डधारकों के अंगूठे की अनिवार्यता पर रोक ने बढ़ा दी राशन की कालाबाजारी

कोरोना काल में राशन डिपो होल्डरों ने जमकर चांदी काटी है। कोरोना संक्रमण फैलने के डर से सरकार ने मार्च माह में राशन लेने के लिए कार्डधारक के अंगूठे लगाने की अनिवार्यता पर रोक लगा दी थी। जिसका फायदा उठाकर डिपो होल्डरों ने राशन की खूब कालाबाजारी की। जनवरी और फरवरी माह में कार्डों के सापेक्ष करीब आधा ही राशन का वितरण होता था। जैसे ही केवल डिपो होल्डर के अंगूठे से ही राशन निकलने लगा तो तीनों माह में निर्धारित कार्डों से अधिक का वितरण सामने आया है। ऐसे कई मामलों की खाद्य एवं आपूर्ति विभाग जांच कर रहा

By Edited By: Published: Mon, 29 Jun 2020 08:05 AM (IST)Updated: Mon, 29 Jun 2020 08:05 AM (IST)
कार्डधारकों के अंगूठे की अनिवार्यता पर रोक ने बढ़ा दी राशन की कालाबाजारी
कार्डधारकों के अंगूठे की अनिवार्यता पर रोक ने बढ़ा दी राशन की कालाबाजारी

जागरण संवाददाता, पानीपत : कोरोना काल में राशन डिपो होल्डरों ने जमकर चांदी काटी है। कोरोना संक्रमण फैलने के डर से सरकार ने मार्च माह में राशन लेने के लिए कार्डधारक के अंगूठे लगाने की अनिवार्यता पर रोक लगा दी थी। जिसका फायदा उठाकर डिपो होल्डरों ने राशन की खूब कालाबाजारी की। जनवरी और फरवरी माह में कार्डों के सापेक्ष करीब आधा ही राशन का वितरण होता था। जैसे ही केवल डिपो होल्डर के अंगूठे से ही राशन निकलने लगा तो तीनों माह में निर्धारित कार्डों से अधिक का वितरण सामने आया है। ऐसे कई मामलों की खाद्य एवं आपूर्ति विभाग जांच कर रहा है। नंगलाआर, नंगलापार और धनसौली में राशन वितरण की एक ही दुकान है। जिसकी मशीन संख्या 107500200137 है। इस दुकान से कुल 550 कार्ड धारक जुड़े हैं। राशन की कालाबाजारी रोकने के लिए राशन लेते समय मशीन में कार्डधारक और डिपो होल्डर दोनों के अंगूठे लगते हैं। जनवरी माह में संबंधित डिपो होल्डर ने 550 कार्डधारकों के सापेक्ष मात्र 347 लोगों को ही राशन दिया। फरवरी में 550 कार्डों के सापेक्ष 472 को राशन बांटा, लेकिन जैसे ही मार्च माह में कार्डधारक के अंगूठे की अनिवार्यता खत्म हुई तो राशन वितरण में अचान उछाल आ गया। मार्च माह से केवल डिपो होल्डर को ही अंगूठा लगाकर राशन लेने की छूट मिल गई। मार्च माह में कार्डधारकों की संख्या 553 हुई और 542 को राशन दिया दिखाया गया। अप्रैल में 553 के सापेक्ष 551 को और जून माह में 553 के सापेक्ष 675 लोगों को राशन दिया गया। हालांकि लोगों ने राशन न मिलने की शिकायत की, लेकिन मशीन ने पूरा राशन वितरण दिखाया तो इस मामले में दुकान निलंबित कर जांच बैठा दी गई। कोरोना काल में राशन की कालाबाजारी का यह सिर्फ एक उदाहरण है। अधिकतर राशन डिपो पर गरीबों का निवाला छिना गया है। उधर, डीएफएससी अनीता खर्ब ने बताया कि नंगलाआर समेत तीन गांवों की दुकान को निलंबित कर अन्य दुकान से अटैच किया गया है। मामले की जांच चल रही है।

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