आयुष्मान योजना के तहत क्लेम का फर्जीवाड़ा, अब तक ढ़ाई करोड रुपये का हो चुका इलाज Panipat News
प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत क्लेम लेने में फर्जीवाड़ा सामने आया है। जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई और अस्पतालों के रिकाॅर्ड खंगाले जा रहे।
पानीपत, जेएनएन। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना-2018 के तहत पात्र के गोल्डन कार्ड पर अन्य का इलाज और गलत ढंग से क्लेम लेने की तीन शिकायतों से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। इनमें दो शिकायतें प्राइवेट अस्पतालों और एक सिविल अस्पताल से जुड़ी है। विभाग की कमेटी शिकायतों की जांच करेगी।
गौरतलब है कि जिले के 75 हजार 392 परिवारों के लगभग पौने चार लाख सदस्य आयुष्मान भारत योजना के पात्र हैं। पैनल में 37 अस्पतालों को शामिल किया जा चुका है। इनमें आठ सरकारी और 29 प्राइवेट अस्पताल शामिल हैं।10 अस्पताल वेटिंग में हैं। अब तक 1400 से अधिक मरीज लगभग ढ़ाई करोड का इलाज करा चुके हैं। अस्पतालों को भुगतान करने में भी जिला टॉप पर बताया गया है। केंद्र सरकार से मिलने वाले पुरस्कार की दौड़ में भी शामिल बताया गया है।
पहली बार आई शिकायत
करीब एक साल पहले शुरू हुई योजना के बाद पहली बार विभाग को फर्जीवाड़ा की शिकायत मिली हैं। योजना के जिला सूचना प्रबंधक सोहन सिंह ग्रोवर ने पुष्टि करते हुए कहा कि पात्र के गोल्डन कार्ड पर अन्य का इलाज और गलत ढंग से क्लेम की शिकायतें मिली हैं। जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट हो सकेगा।
पहले भी मिली मौखिक शिकायत
गौसअली मुहल्ला वासी तीन महिलाओं ने पंद्रह दिन पहले भी सोहन सिंह ग्रोवर को मौखिक शिकायत की थी। महिलाओं का आरोप था कि मुहल्ले का एक व्यक्ति गोल्डन कार्ड बनवाने का लालच देकर रकम ऐंठ रहा है। महिलाओं से लिखित में शिकायत मांगी गई थी।