Ayushman Yojana: कपालमोचन मेले में बनाए जाएंगे आयुष्मान कार्ड, जानिए क्या है पूरा प्रोसेस
स्वास्थ्य विभाग ने 15 अक्टूबर तक आयुष्मान पखवाड़ा चलाया था। इस दौरान महज साढ़े तीन हजार कार्ड ही बन सके। इसके बाद समय बढ़ाकर 15 नवंबर तक किया गया। एक माह तक चले अभियान के तहत सात हजार पात्रों के कार्ड बनाए गए।
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। पात्रों के कार्ड बनाने के लिए चल रहे आयुष्मान माह का सोमवार को समापन हो गया। एक माह तक चले अभियान के तहत सात हजार पात्रों के ही कार्ड बन सके। अब स्वास्थ्य विभाग की ओर से पात्रों को तलाशने के लिए कपालमोचन मेले में कैंप लगाया गया है। यहां पर उन लोगों के कार्ड बनाए जाएंगे। जिनके नाम सूची में हैं, लेकिन कार्ड नहीं बने हैं। इस कैंप में केवल जिले के ही पात्रता की सूची में आने वाले पात्रों के कार्ड बनाए जाएंगे।
स्वास्थ्य विभाग ने 15 अक्टूबर तक आयुष्मान पखवाड़ा चलाया था। इस दौरान महज साढ़े तीन हजार कार्ड ही बन सके। इसके बाद समय बढ़ाकर 15 नवंबर तक किया गया। एक माह तक चले अभियान के तहत सात हजार पात्रों के कार्ड बनाए गए। अब यह आयुष्मान पखवाड़ा पूरा हो चुका है। अभी भी सभी पात्रों के कार्ड नहीं बन सके हैं। बता दें कि जिले में चार लाख 24 हजार 50 पात्रों के गोल्डन कार्ड बनाए जाने हैं। अब तक एक लाख 94 हजार पात्रों के ही कार्ड बने हैं।
राज्य मुख्यालय की टीम कर चुकी निरीक्षण
जिले में चले आयुष्मान माह की प्रगति जांचने के लिए राज्य मुख्यालय की टीम भी गत सप्ताह यहां पर आई थी। टीम ने भी आयुष्मान कार्ड बनाए जाने की रफ्तार पर संतोष जताया था। हालांकि सभी पात्रों के कार्ड न बनाए जाने को लेकर विभाग के सामने एक समस्या यह है कि वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर आयुष्मान योजना के लाभार्थियों का चयन किया गया था। वर्ष 2018 में योजना शुरू हुई थी। इतने समय बाद पात्रों के मोबाइल नंबर व पता बदल चुका है। जिस वजह से उन्हें तलाशने में दिक्कत आ रही है।
नौ हजार परिवारों की सूची तैयार
आयुष्मान पखवाड़ा में स्वास्थ्य विभाग ने नौ हजार परिवारों की सूची तैयार की। यह परिवार पात्रता की सूची में है, लेकिन सभी सदस्यों के गोल्डन कार्ड नहीं बन सके हैं। इस अभियान के तहत इन परिवारों पर फोकस किया गया था। इसके बावजूद सभी के कार्ड नहीं बन सके। हालांकि विभाग की ओर से सभी सामुुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, अटल सेवा केंद्रों पर कार्ड बनवाने की सुविधा दी गई है। यहां पर लोग आयुष्मान की पात्रता के बारे में भी पता कर सकते हैं।
सात हजार गोल्डन कार्ड बनाए गए
आयुष्मान योजना के नोडल अधिकारी डा. अश्विनी अलमादी ने बताया कि आयुष्मान माह के तहत सात हजार गोल्डन कार्ड बनाए गए। अब विभाग की ओर से कपालमोचन मेले में भी शिविर लगाया गया है। पांच दिन तक चलने वाले इस शिविर में जिले के वह लोग अायुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं, जो पात्रता की सूची में है।