Ayodhya Bhumi Pujan News: रंग लायी कार सेवकों की मेहनत, अंबाला से रवाना हुए थे 45, जाना पड़ा था जेल
Ayodhya Bhumi Pujan News आखिरकार अब वो वक्त आ गया है जिसका कारसेवकों को काफी सालों से इंतजार था। अंबाला के 45 कार सेवक अयोध्या के लिए रवाना हुए थे।
पानीपत/अंबाला, जेएनएन। अयोध्या में रामलला मंदिर का निर्माण करने के लिए अंबाला से दो बार कार सेवकों का जत्था रवाना हुआ। वर्ष 1990 में ट्रेन में सवार होकर अंबाला से कूच करने वाले 45 कार सेवकों ने लखनऊ शहर के निकट एक स्कूल में शरण ली और रात करीब एक बजे पुलिस ने छापामार कर सभी को गिरफ्तार करके उन्नाव के एक अस्थाई जेल पहुंचा दिया।इसके बाद अंबाला से दो राम भक्त दोबारा आयोध्या पहुंचे और कारसेवा में हाथ बंटाते हुए गिरफ्तार कर लिए गए। राम मंदिर
17 दिन जेल में रहे अंबाला के कारसेवक
वर्ष 1990 में अंबाला से वीना छिब्बड़, अनिल विज, राम रतन, मदनलाल शर्मा सहित 45 कार सेवकों को लखनऊ में गिरफ्तार किया गया था। राम रतन बताते हैं कि हम तो कारसेवक हैं, हमें बस रामलला की मंदिर चाहिए। जैसे जैसे अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास की तिथि करीब आ रही है, वैसे वैसे हमें अपनी कार सेवा सफल होती दिख रही है। हम जो 17 दिन उन्नाव उत्तर प्रदेश में बनाए गए अस्थाई जेल में हर समय जय श्री राम के नाम का जाप ही किया करते थे।
1992 में था और जोश, हो गया विध्वंस
राम रतन बताते हैं कि वर्ष 1992 देश भर के कार सेवकों का उत्साह देखते ही बनता था। देश के कोने कोने से अयोध्या में जुट रहे कार सेवकों का जय श्री राम का उद्घोष से समूचे इलाके में श्रीराम के ही शब्द सुनाई दे रहे थे। राम रतन ने कहा कि देश की सर्वोच्च न्यायालय ने हमारे मर्यादापुरुषोत्म भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के पक्ष में फैसला देकर हिंदू धर्म का विश्वास जीतने का काम किया है।