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आर्य कॉलेज प्रबंधन ने दो प्राध्यापक किए सस्पेंड, आज से आमरण अनशन

जागरण संवाददाता, पानीपत : आर्य पीजी कॉलेज प्रबंधन ने दो माह से धरना दे रहे दो प्राध्यापकों क

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Apr 2018 09:41 AM (IST)Updated: Wed, 18 Apr 2018 09:41 AM (IST)
आर्य कॉलेज प्रबंधन ने दो प्राध्यापक किए सस्पेंड, आज से आमरण अनशन
आर्य कॉलेज प्रबंधन ने दो प्राध्यापक किए सस्पेंड, आज से आमरण अनशन

जागरण संवाददाता, पानीपत : आर्य पीजी कॉलेज प्रबंधन ने दो माह से धरना दे रहे दो प्राध्यापकों को मंगलवार को सस्पेंड कर दिया। प्रबंधन के इस फैसले के विरोध में दोनों प्राध्यापक लघु सचिवालय के सामने बुधवार को आमरण अनशन पर बैठेंगे। प्राध्यापकों ने लघु सचिवालय में तीसरे पहर 3 बजे डीसी सुमेधा कटारिया को राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा है।

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तीन दशक से आर्य पीजी कॉलेज में हिदी विभाग में प्राध्यापक के पद पर कार्यरत डॉ. नीरज ठाकुर व गणित विभाग के प्रोफेसर डॉ. शिव नारायण ने प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता की नीतियों के विरोध में 14 फरवरी से धरने पर बैठ गए। कॉलेज परिसर में शांतिपूर्ण तरीके से धरना जारी रहा। धरने के दौरान प्राचार्य पर भेदभावपूर्ण नीति बदले की भावना से कार्रवाई करने का आरोप लगाया। मांगे न माने जाने पर दोनों प्राध्यापक कॉलेज परिसर में अनशन पर बैठ गए। डॉ. नीरज ने बताया कि कॉलेज प्रबंधन कमेटी के महासचिव सुरेंद्र ¨शगला के द्वारा हस्ताक्षरित सस्पेंशन लेटर उन्हें दोपहर 1:50 बजे थमा दिया गया। आमरण अनशन पर बैठने से एक दिन पहले कॉलेज प्रबंधन ने उनके खिलाफ यह गलत कदम उठाया। लघु सचिवालय के सामने सुबह 11 बजे से धरने पर बैठेंगे। प्राध्यापकों के ये आरोप

-कॉलेज की गवर्निंग बॉडी पूरी नहीं है। महाविद्यालय प्रशासन के सभी महत्वपूर्ण फैसले यही बॉडी लेती है। इस बॉडी में दो प्रध्यापक प्रतिनिधि भी होते हैं।

-विश्वविद्यालयों के निर्देशों का उल्लंघन कर विद्यार्थियों से कई गुणा ज्यादा फीस वसूले जाते हैं। प्रोस्पेक्टस में प्रकाशित शुल्क विश्वविद्यालय की गाइड लाइन से अलग होती है।

-विद्यार्थियों को किसी न किसी बहाने से परीक्षा में बैठने से प्रतिबंधित कर दिया जाता है। सीएम ¨वडो पर इस बारे में कई बार शिकायतें दी जा चुकी है। वर्जन :

कॉलेज प्रबंधन के पास उनकी कोई मांगे लंबित नहीं है। सस्पेंड करने से पहले दोनों प्राध्यापकों को मौके दिए गए। जब वो बात नहीं माने तो कार्रवाई के लिए कदम उठाना पड़ा। कॉलेज को यह बदनाम करने की साजिश है।

प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता

आर्य पीजी कॉलेज

पानीपत


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