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करनाल में जेल भरो आंदोलन, मांगे मनवाने को लेकर आंगनवाड़ी वर्कर्स-हेल्पर्स ने दी गिरफ्तारी

करनाल में आंगनवाड़ी वर्कर्स-हेल्पर्स ने जेल भरो आंदोलन के तहत हजारों की संख्या में गिरफ्तारी दी। हजारों की संख्या में जुटीं प्रदर्शनकारियों को बसों में ले जाया गया। कोरोना की संवेदनशील स्थिति के बावजूद भी प्रोटोकाल की अनदेखी की गई।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Wed, 12 Jan 2022 09:16 PM (IST)Updated: Wed, 12 Jan 2022 09:16 PM (IST)
करनाल में जेल भरो आंदोलन, मांगे मनवाने को लेकर आंगनवाड़ी वर्कर्स-हेल्पर्स ने दी गिरफ्तारी
करनाल के आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स गिरफ्तारी देते हुए।

करनाल, जागरण संवाददाता। अपनी मांगों को लेकर रोष जताते हुए प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत करनाल में भी हजारों आंगनवाड़ी वर्करों और हेल्परों ने गिरफ्तारी दी। आंगनवाड़ी यूनियन के साथ सर्वकर्मचारी संघ के सदस्यों ने भी रोष मार्च में हिस्सा लिया। कोरोना को लेकर कायम संवेदनशील स्थिति के बीच दिन भर चले प्रदर्शन के दौरान महामारी अलर्ट की स्थिति में पुलिस मूक खड़ी दिखाई दी जबकि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भी गायब दिखे।

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बुधवार को प्रदर्शनकारियों ने फव्वारा पार्क से रोष मार्च निकाल लघु सचिवालय में धरना दिया। ज्ञापन लेने पहुंचे तहसीलदार को लौटाते हुए उन्होंने शाम चार बजे तक विरोध जारी रखा। बाद में करीब 2500 आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्परों ने जेल भरो के आह्वान पर अलग अलग बसों में भरकर अपनी गिरफ्तारियां दीं। सीटू प्रदेश महासचिव जय भगवान ने कहा कि सरकार आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स के साथ धोखाधड़ी कर रही है। उसे प्रदेश के छोटे बच्चों, गर्भवती व दूध पिलाने वाली माताओं और गरीब परिवारों से कोई लेना देना नहीं है। सरकार हठधर्मिता पर उतरी हुई है। आज करनाल सहित प्रदेश भर में हजारों वर्कर और हेल्पर अपनी गिरफ्तारियां दे रही हैं।

36 दिनों से सड़कों पर है आंगनवाड़ी वर्कर

जय भगवान ने कहा कि चार साल से आंगनवाड़ी वर्कर्स 1500 और हेल्पर के 750 रुपये का लाभ सरकार दबा कर बैठी है। हरियाणा की 52000 महिलाओं को 36 दिन से सड़कों पर बैठा रखा है। सीटू के प्रदेश महासचिव ने कहा कि सरकार ने आन्दोलनरत डाक्टरों की मांगो को नहीं सुना बल्कि अगले छह महीने तक स्वास्थ्य विभाग के डाक्टर, नर्स, मेडिकल, पैरा मेडिकल स्टाफ, अन्य कर्मचारी, ठेका कर्मचारी व मानदेय पर काम करने वाले वर्कर हड़ताल पर नहीं जा सकते। एस्मा तुरंत वापस लिया जाना चाहिए।

आंगनवाड़ी वर्कर्स हेल्पर्स यूनियन की राज्य उपप्रधान रूपा राणा, मधु शर्मा, जिला सचिव बिजनेश राणा, सीटू जिला प्रधान सतपाल सैनी, उपप्रधान ओपी माटा , सचिव जगपाल राणा, सर्व कर्मचारी संघ जिला प्रधान मलकीत, कृष्ण शर्मा, खेत मजदूर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष जगमाल सिंह, जनवादी महिला समिति की जिला सचिव जरासो ने कहा कि भाजपा सरकार अपनी हठ धर्मिता छोड़े। वर्कर्स और हेल्पर्स की मांगों का समाधान करें। सरकार 52000 आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स के साथ धोखाधड़ी कर रही है। सरोज दुजाना, खेत मजदूर नेता नेता सर्व कर्मचारी संघ के नेता मलकीत सिह, कृष्ण शर्मा, जगतार सिह, राकेश राणा, मंजू बवेजा, जसविन्दार सिह, अमरजीत कौर, जगमाल सिह, भाग सिह ने भी संबोधित किया। जिला पुलिस ने दर्जनों बसों में वर्करों और हेल्परों को भरा और अस्थाई जेल बनाकर वहां रखा। बाद में ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने सभी को रिहा करने की घोषणा की।

कानून का पाठ पढ़ाने वालों के सामने टूटे नियम

कोरोना महामारी को लेकर उपायुक्त निशांत कुमार यादव और एसपी गंगाराम पूनिया की ओर से लगातार आमजन को मास्क जरूरी और शारीरिक दूरी के लिए जागरूक करने के साथ-साथ कार्रवाई के लिए लगातार चेताया जाता रहा है। बुधवार को जब लघु सचिवालय के सामने घंटों लोगों की भीड़ जमा रही तो भवन में बैठकर नियमों को लागू करने वाले खुद ही हीटर की गर्मी लेते दिखाई दिए। महामारी अलर्ट के दौरान बेपरवाही पर शिकंजा कसने पर कोई योजना दिखाई नहीं दी गई। अपने आकाओं की चेतावनी को नजरअंदाज कर प्रशासनिक टीम के अन्य सदस्य भी जेबों में ही हाथ डाल दाएं-बाएं होते नजर आए।


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