अंबाला कैंटोनमेंट बोर्ड कूड़े से बनाएगा खाद, प्लास्टिक से पाउडर बनाकर भेजेगा हिमाचल प्रदेश
पंजोखरा रोड पर सॉलिड वेस्ट प्लांट भी तैयार कर दिया गया है। कैंटोनमेंट के वार्डों से रोजाना करीब तीस टन कूड़ा निकलता है। इस कूड़े को गाड़ियों में भरकर कैंटोनमेंट बोर्ड के कर्मचारी रोजाना प्लांट में लाएंगे। यहां पर कंपनी के कर्मचारी गीले-सूखे कूड़े को अलग-अलग करेंगे।
पानीपत/अंबाला, जेएनएन। अंबाला कैंटोनमेंट बोर्ड कूड़े से खाद तैयार कर पौधों का जीवन संवारेगा। साथ ही वेस्ट मैटेरियल का पाउडर बनाकर हिमाचल प्रदेश की सूरजपुर सीमेंट फैक्ट्री में भेजा जाएगा। इसके लिए कैंटोनमेंट बोर्ड की ओर से पंजोखरा रोड पर सॉलिड वेस्ट प्लांट भी तैयार कर दिया गया है। दो-तीन दिन के भीतर काम शुरू दिया जाएगा। इसके लिए अंबाला की ही कंपनी के साथ टाइअप किया गया है। यह कंपनी क्षेत्र से निकलने वाले कूड़े को अलग करेगी। गीले कूड़े से खाद तैयार की जाएगी और सूखे कूड़े को अलग कर पाउडर बनाया जाएगा। प्लास्टिक से बना पाउडर सीमेंट की फैक्ट्री में पदार्थ जलाने के उपयोग में लाया जा सकेगा। इसके लिए कंपनी को कैंटोनमेंट को पैसे भी नहीं देने होंगे।
कैंटोनमेंट के आठ वार्डों से निकलता है रोजाना तीस टन कूड़ा
कैंटोनमेंट के वार्डों से रोजाना करीब तीस टन कूड़ा निकलता है। इस कूड़े को गाड़ियों में भरकर कैंटोनमेंट बोर्ड के कर्मचारी रोजाना प्लांट में लाएंगे। यहां पर कंपनी के कर्मचारी गीले-सूखे कूड़े को अलग-अलग करेंगे। साथ ही सूखे कूड़ से निकलने वाली प्लास्टिक, कांच, लोहा आदि को अलग किया जाएगा। प्लास्टिक से पाउडर तैयार किया जा सकेगा।
खाद से पौधों का संवारा जाएगा जीवन
कैंटोनमेंट बोर्ड गीले कूड़े से खाद तैयार करेगा। इस खाद से पार्क और कैंटोनमेंट बोर्ड अपने स्कूलों की हरियाली को बढ़ाएगा। पार्कों में पौधों का जीवन संवारने के लिए इस्तेमाल में लाया जाएगा। कैंटोनमेंट के पास करीब 12 पार्क और 6 स्कूल हैं। उसके बाद जो भी खाद तैयार होगा, उसे खेतों में डाला जाएगा।
ट्रांसपोर्ट का खर्चा भी कंपनी का
कैंटोनमेंट बोर्ड के असिस्टेंट इंजीनियर सतीश शर्मा का कहना है कि सॉलिड वेस्ट प्लांट तैयार हो चुका है। दो-तीन दिन के भीतर काम भी शुरू हो जाएगा। प्लास्टिक से पाउडर बनाकर हिमाचल प्रदेश के सूरजपुर भेजेंगे। ट्रांसपोर्ट का खर्चा भी कंपनी का ही होगा। हम कंपनी को कुछ भुगतान नहीं करेगा। कंपनी के कर्मचारी खुद ही फैक्ट्री में कूड़ा लेकर जाएंगे।