दमकल विभाग के कर्मियों का आरोप: ठेकेदार ने पांच वर्ष का 44 लाख रुपये ईपीएफ और ईएसआइ हड़पा
जागरण संवाददाता पानीपत दमकल विभाग के 127 कर्मचारियों का आरोप है कि उनका पांच साल का
जागरण संवाददाता, पानीपत : दमकल विभाग के 127 कर्मचारियों का आरोप है कि उनका पांच साल का ईपीएफ और ईएसआइ ठेकेदार ने हड़प कर लिया। करीब 44 लाख रुपये ठेकेदार ने हड़पे हैं। अब ठेकेदार ने जमा नहीं करवाई गई रकम लौटाने के बात कही है। कर्मचारियों ने उन्हें नकदी लेकर आने के लिए कहा है। वीरवार को ठेकेदार को आना था। कर्मचारियों ने बैठक की, लेकिन ठेकेदार और समय की मोहलत मांगी है। फायर आफिसर रामेश्वर शर्मा ने उन्हें सोमवार तक का समय दिया है।
दमकल विभाग के प्रधान रणबीर नांदल ने जागरण से बातचीत में कहा कि यदि सोमवार तक ठेकेदार पैसा लेकर नहीं आता तो उसके खिलाफ मामला दर्ज करवाया जाएगा। नगर निगम आयुक्त आरके सिंह ने मामला दर्ज करवाने का आश्वासन दिया है।
दमकल विभाग के प्रवक्ता बलराज सैनी ने बताया कि दमकल विभाग को पहले निगम से सैलरी मिलती थी। अब यह ट्रेजरी से देने की व्यवस्था की है, लेकिन नवंबर से लेकर अब तक कोई वेतन नहीं मिला है। ट्रेजरी में ईपीएफ काटने की सुविधा भी नहीं है। पहले वे निगम के अधीनस्थ थे अब उन्हें राजस्व के अधीन किया जा चुका है। यदि ये दोनों मसले नहीं सुलझते तो दमकल कर्मचारी आगामी मंगलवार से भूख हड़ताल पर चले जाएंगे। नगर पालिका कर्मचारी संघ के प्रधान सुभाष चांडलिया ने बताया कि दमकल विभाग के कर्मचारियों के साथ नगर निगम कर्मचारी भी हड़ताल करेंगे।
क्या है मामला
वर्ष 2013 से लेकर 2018 तक ठेकेदार के तहत 127 दमकल कर्मचारियों ने काम किया था। नियमानुसार उनके वेतन से ईएसआइ और ईपीएफ का पैसा काटा जाता रहा। लेकिन काटा गया पैसा जमा नहीं करवाया गया। जब कर्मचारियों को पता चला तो ठेकेदार को जानकारी दी लेकिन उसने कोई सुनवाई नहीं की। पांच नोटिस ठेकेदार को जारी किए जा चुके हैं। करीब 16.5 लाख रुपये ईपीएफ और 26.82 लाख रुपये ईएसआइ के हैं, जो ठेकेदार ने गबन किया है।
ईएसआइ और ईपीएफ की कार्रवाई होगी
ईएसआई और ईपीएफ विभाग अब इस मामले की जानकारी जुटा रहा है। आरोपित के खिलाफ दोनों विभाग अलग से कार्रवाई कर सकते हैं।