PM Modi Repeal Farm Laws: तीनों कृषि सुधार कानून वापस, जानिए हरियाणा में किसान आंदोलन में कब-कब क्या-क्या हुआ
PM Modi Repeal Farm Laws सरकार ने तीनों कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने का फैसला लिया है। करीब एक साल से चल रहा किसान आंदोलन अब खत्म होगा। जानिए पिछले एक साल में हरियाणा में किसान आंदोलन के दौरान कब-कब क्या-क्या हुआ।
पानीपत, जेएनएन। PM Modi Repeal Farm Laws: राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम नरेन्द्र मोदी ने तीनों कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने का फैसला लिया है। वहीं, एक साल से चल रहे किसान आंदोलन को लेकर चल रहीं गतिविधियांं अब थम जाएंगी। किसान संगठनों ने दिल्ली मार्च का फैसला लिया था। वहीं, इससे पहले भी हरियाणा में तीनों कृषि कानूनों के विरोध में कई बाद आम लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। जाम में घंटे लोग फंसे रहे हैं। हरियाणा में कई बार तीनों कृषि कानूनों का विरोध जमकर देखने को मिला था।
तीनों कृषि कानूनों के वापस लिए जाने पर भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप सामने आया है। भाकियू चढ़ूनी ग्रुप के प्रदेश प्रवक्ता राकेश बैंस ने कहा कि यह किसानों एकजुटता की जीत है। देश की आजादी के बाद का पहला बड़ा आंदोलन है। तीनो कृषि कानून वापस लिए हैं। अभी एमएसपी की गारंटी का विषय बाकी है। इसको लेकर शाम तक फैसला लिया जाएगा।
तीनों कृषि सुधार कानून वापस लिए जाने पर हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने ट्विट किया। अनिल विज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुरु नानक देवी जी के प्रकाश उत्सव पर तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा पर आभार प्रकट करना चाहिए। अपने धरने तुरंत उठाकर अपने घरों को जाकर अपने नियमित कामों में लगना चाहिए।
यहां शुरू हुआ था हंगामा
किसान आंदोलन की शुरुआत में पंजाब से लगे कुरुक्षेत्र बार्डर में किसान दिल्ली बार्डर पर जाने के लिए पहुंचे थे। पुलिस ने यहां पर बैरिकेट्स लगाए थे। लेकिन किसान इन बैरिकेट्स को तोड़ते हुए आगे बढ़े।
अंबाला में किसानों ने पुलिस पर पथराव किया था। इसके बाद बैरिकेट्स को तोड़ते हुए आगे बढ़े थे।
कैथल में हरियाणा पंजाब बॉर्डर पर पुलिस और किसानों के बीच झड़प हुई थी।
जानिए कब-कब क्या हुआ
5 नवंबर 2020 में देश भर में चक्का जाम।
26 नवंबर 2020 में पंजाब और हरियाणा के किसान संगठनों ने दिल्ली चलो आंदोलन की शुरुआत की।
8 दिसंबर 2020 में किसानों ने भारत बंद का आह्वान किया।
21 दिसंबर 2020 को किसानों ने भूख हड़ताल की।
25 दिसंबर से टोल बंद।