सात दिन में सबसे ज्यादा जहरीली रही अंबाला की हवा, ठंड के साथ बढ़ रहा वायु प्रदूषण
सोमवार को अंबाला में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 407 माइक्रोग्राम दर्ज किया गया। प्रदूषण तीन वजह से बढ़ रहा है। इसमें सबसे पहला ठंड का बढ़ना दूसरा शहरी क्षेत्र में कूड़ा जलाना और तीसरा कारण वाहनों का ज्यादा दौड़ना।
पानीपत/अंबाला, जेएनएन। ठंड बढ़ने के साथ-साथ अंबाला में प्रदूषण में भी बढ़ोतरी होने लगी है। सोमवार का दिन पिछले सात दिन में सबसे प्रदूषित दिन रहा। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 407 माइक्रोग्राम दर्ज किया गया, जो गंभीर प्रदूषित की श्रेणी में आता है। इससे उन लोगों को परेशानी हो सकती है, जो फेफड़े की बीमारी से पीड़ित हैं।
जानकारों की मानें तो प्रदूषण तीन वजह से खराब हो रहा है। इसमें सबसे पहला ठंड का बढ़ना, दूसरा शहरी क्षेत्र में कूड़ा जलाना और तीसरा कारण वाहनों का ज्यादा दौड़ना। जबकि पिछले साल जिले में वायु प्रदूषण बेहद कम था। विशेषज्ञों के पूर्वानुमान के मुताबिक नवंबर में प्रदूषण बढ़ता है क्योंकि ठंड अब धीरे-धीरे बढ़ रही है। अधिकतम तापमान में भी गिरावट आ रही है। सोमवार को अधिकतम तापमान 24.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री कम है। अधिकतम तापमान का नीचे आने का मतलब है कि अब ठंड बढ़ने लगी है। सोमवार का तापमान 7.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
पहाड़ों पर बर्फबारी से बढ़ी ठंड
पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हुई है। इससे मैदानी इलाकों के तापमान में गिरावट आई है। आगे भी तापमान कम होने के आसार हैं। जिले में शीतलहर चल सकती है। ऐसे में लोगों को एहतियात बरतने की आवश्यकता है।
कम ऊंचाई में कण होते हैं जमा
ठंड बढ़ने के कारण ही प्रदूषण में बढ़ाेतरी होती जाती है, क्योंकि सर्दियों में अधिक ऊंचाई पर धूल के कारण नहीं जाते। धूल कण कम ऊंचाई में ही जमा हो जाते हैं। कम ऊंचाई में जमा होने के वायु की गुणवत्ता बिगड़ जाती है। जो दिनों-दिन बिगड़ते हुए देखने को मिल रहा है।
पिछले सात दिन की वायु की गुणवत्ता
24 नवंबर - 306
25 नवंबर - 360
26 नवंबर - 150
27 नवंबर - 97
28 नवंबर - 202
29 नवंबर - 315
30 नवंबर - 407