चालीस फीट के टावर पर चढ़ा आढ़ती का बेटा, चढ़ूनी-टिकैत से बात करने के बाद क्रेन से उतरा, जानिये वजह
किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी और टिकैत से बात करने के बाद भाकियू जिला अध्यक्ष के साथ नीचे उतरा। करनाल के बसताड़ा में किसानों पर लाठीचार्ज के आदेश देने के मामले में एसडीएम के निलंबन की मांग रखी थी।
पानीपत, जागरण संवाददाता। करनाल में किसानों पर लाठीचार्ज का विरोध करते हुए आढ़ती जयपाल छौक्कर का बेटा जोगिंद्र अनाजमंडी में बिजली के टावर पर चढ़ गया। करीब सवा छह घंटे तक हाईवोल्टेज ड्रामा हुआ। जोगिंद्र छौक्कर की मांग थी कि करनाल के उस एसडीएम आयुष सिन्हा को सस्पेंड किया जाए, जिसने लाठीचार्ज का आदेश दिया था। अगर उसकी बात नहीं मानी तो वह छलांग भी लगा देगा। समालखा का पूरा प्रशासन मौके पर पहुंच गया। भाकियू के जिला अध्यक्ष सोनू शहरमालपुर क्रेन से ऊपर पहुंचे। गुरनाम सिंह चढ़ूनी और राकेश टिकैत से बात कराई। तब जाकर छौक्कर नीचे उतरा।
पानीपत के इस टावर पर चढ़ा था जोगिंद्र छौक्कर।
सुबह 10 बजे टावर पर चढ़ा जोगिंद्र
जाेगिंद्र सुबह करीब साढ़े दस बजे टावर पर चढ़ा। जैसे ही इसकी सूचना मिली जिला प्रशासन ने एक्सईएन अनिल नागर, एसडीएम विजेंद्र हुड्डा, डीएसपी संदीप कुमार, थाना समालखा प्रभारी नरेंद्र कुमार, चौकी प्रभारी हरिराम मौके पर पहुंचे। फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस को भी बुलाया गया। एक क्रेन मौके पर खड़ी की गई। जैसे ही क्रेन ऊपर जाती, जोगिंद्र कहता कि जबरदस्ती की तो वह छलांग लगा देगा। वह कह रहा था कि करनाल के एसडीएम के तबादले से वह संतुष्ट नहीं है। उसे निलंबित किया जाए।
इस तरह मनाया
सवा तीन बजे के करीब चुलकाना के उसके मित्र अनिल ने टावर पर चढ़कर उसे समझाया। उसके बाद भाकियू के जिला प्रधान सोनू शहरमालपुर ने भी टावर पर जाकर उसे समझाया। किसान मोर्चा के नेता गुरनाम सिंह चढूनी और राकेश टिकैत से बात करवाई। उसका छोटा भाई भी उसे समझाने टावर पर गया। पिता जयपाल छौक्कर भी नीचे से उतरने की अपील करते रहे। तब उसका दिल पसीजा।
क्रेन की मदद से जोगिंद्र छौक्कर को नीचे उतारते हुए।
किसान एकता जिंदाबाद के लगाए नारे
नीचे उतरने के लिए तैयार होने के बाद जोगिंद्र ने किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगाए। प्रशासन, पिता सहित लोगों से माफी मांगी। किसान नेताओं के एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई करवाने का भरोसा देने के बाद नीचे उतरे। भाकियू प्रधान की गाड़ी में बैठकर घर गए। चौकी प्रभारी हरिराम ने बताया कि मामले में अभी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। शाम 4:50 बजे उसके नीचे उतरने पर सभी ने राहत की सांस ली।