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सब्जी मंडी शिफ्ट करने के लिए आढ़तियों ने मांगे छह महीने

जागरण संवाददाता पानीपत सब्जी मंडी के आढ़तियों ने मंडी शिफ्ट करने के लिए मार्केटिग बोड

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Aug 2020 08:37 AM (IST)Updated: Wed, 19 Aug 2020 08:37 AM (IST)
सब्जी मंडी शिफ्ट करने के लिए आढ़तियों ने मांगे छह महीने
सब्जी मंडी शिफ्ट करने के लिए आढ़तियों ने मांगे छह महीने

जागरण संवाददाता, पानीपत : सब्जी मंडी के आढ़तियों ने मंडी शिफ्ट करने के लिए मार्केटिग बोर्ड और स्थानीय प्रशासन से छह माह का समय देने की मांग उठाई है। नई मंडी में दुकानों का निर्माण पूरा होने से पहले शिफ्टिग करने पर बरसाती मौसम में किसानों और आढ़तियों का माल खराब हो सकता है।

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समय देने की मांग को सांसद संजय भाटिया और विधायक प्रमोद विज ने भी सही ठहराया। उनकी बात सीएम तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। बता दें कि पानीपत मार्केटिग बोर्ड ने 4 अगस्त को मंडी के आढ़तियों को सब्जी मंडी शिफ्ट करने का नोटिस दिया था। मंडी के 43 आढ़तियों ने डटकर विरोध किया। मार्केटिग बोर्ड के अधिकारियों ने 11 अगस्त को एक और नोटिस तैयार किया, जिसे अंतिम नोटिस का नाम दिया गया। इस नोटिस में आढ़तियों को 17 अगस्त तक मंडी शिफ्ट करने के निर्देश दिए गए है। हालांकि ये नोटिस अभी आढ़तियों को नहीं मिला है। आढ़तियों का कहना है कि मंडी में बिजली, पेयजल और निकासी जैसी मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव है। हादसा हुआ तो कौन जिम्मेदार

दुकानदार सुभाष नारंग ने बताया कि मार्केटिग बोर्ड आढ़तियों को मंडी शिफ्ट करने के आदेश दे रहा है। अगर आढ़ती रातों-रात मंडी शिफ्ट करते हैं, तो उन्हें मंडी परिसर में बेसमेंट और दुकानों का निर्माण कार्य शुरू कराना पड़ेगा। निर्माण सामग्री डलवाने पर लोगों को आवागमन में परेशानी होगी। जहां बरसात में निर्माण सामग्री खराब होगी, वहीं गड्ढों में पानी भरने पर भी हादसे का अंदेशा रहेगा। फिर प्रशासनिक अधिकारी आढ़तियों की गलती निकाल कर अपना पल्ला झाड़ लेंगे। सुनसान जगह असुरक्षित, सुविधाओं का अभाव

आढ़ती सुरेश धमीजा ने बताया कि फिलहाल सब्जी मंडी में अक्सर रात के समय महिला कामगारों का आवागमन लगा रहता है। अनाज मंडी के पास इलाका सुनसान होने से परेशानी होगी। आपराधिक वारदात होने का डर रहेगा। लॉकडाउन के दौरान आजाद नगर फाटक के पास तीन-चार सब्जी विक्रेताओं से रुपये छीनने के मामले भी सामने आए थे। बिजली, पेयजल और निकासी व्यवस्था ठीक नहीं होने के कारण मंडी शुरू होने पर कामकाज भी प्रभावित होगा।


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