मीट की अवैध दुकानों के लिए बड़ा फैसला, अब उठाया जाएगा ये कदम Panipat News
मीट की अवैध दुकानों के लिए व्यापारियों के साथ पूर्व मेयर ने बैठक की। उन्हें दो दिन की मोहलत दी गई है। इसके बाद सीलिंग शुरू हो जाएगी।
पानीपत, जेएनएन। मीट की अवैध दुकानों पर कार्रवाई के लिए शहर में दो दिन से मचे हंगामे के बीच पूर्व मेयर भूपेंद्र सिंह ने बैठक ली। यह बैठक रविवार को सेक्टर-12 स्थित ग्रीन पार्क में मीट व्यापारियों और दुकानदारों के बीच हुई। पूर्व मेयर ने सरकार और निगम का रुख साफ किया। दुकानदारों को दो दिन में व्यवस्था बनाने की मोहलत दी। नगर निगम कमिश्नर समेत दूसरे अधिकारी बैठक से दूर रहे। खानापूर्ति करने के लिए डीसी रेट पर नियुक्त एक कर्मचारी को इस बैठक में भेजा गया।
पूर्व मेयर ने कहा कि शहर में धार्मिक स्थलों के आसपास मीट की कोई भी दुकान नहीं होगी। वे यहां से अपनी दुकानों या रेहड़ी को दूसरी जगह शिफ्ट कर लें। अन्यथा इसे तुरंत सील कर दिया जाएगा। शहर के कुछ हिस्सों में सड़कों पर खुलेआम मांस काटा जाता है। वहीं पर रखकर बेचा भी जाता है। वे बाहर दुकान का बोर्ड लगा सकते हैं। दुकानों में शीशे लगाकर रखें। उन्होंने कहा कि सरकार उनके साथ सौतेला व्यवहार नहीं करेगी। शहर के बाहर 5-6 एकड़ में स्लाटर हाउस शिफ्ट किए जाएंगे। यहां से नियमानुसार दुकानों पर मीट लाया जा सकेगा। नगर निगम के हाउस की अगली बैठक में इस पर समर्थन मांगा जाएगा।
पूर्व मेयर ने 24 घंटे का समय दिया था, पप्पू ने दो दिन मांगे
पूर्व मेयर ने इसके लिए 24 घंटे का समय दिया था। मीट व्यापारियों के प्रतिनिधि पप्पू ने मंगलवार तक का समय देने की बात कही। उन्होंने कहा कि वे दो दिन में दुकानों के अंदर और बाहर व्यवस्था बना लेंगे। पूर्व मेयर ने बुधवार को नियमों को तोडऩे वालों की दुकानें सील करने की बात कही।
संगठनों के विरोध पर पूर्व मेयर आए सामने
नगर निगम ने शुक्रवार को शास्त्री कॉलोनी में मीट की आधा दर्जन दुकानों को सील कर दिया था। इमाम मोहल्ले में दुकानों को सील करने पहुंची टीम को स्थानीय लोगों को विरोध का सामना करना पड़ा। पूर्व मेयर भूपेंद्र सिंह ने लोगों के समर्थन में आकर निगम की कार्रवाई दो दिन के लिए रुकवा दी। शहर के सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने इस पर नाराजगी जताई। संगठनों के लोग रविवार सुबह पूर्व मेयर से मिलने उनके घर पहुंच गए।
मीट व्यापारियों और दुकानदारों ने मांगा था लाइसेंस
नगर निगम के सख्त होने पर मीट व्यापारियों और दुकानदारों ने नगर निगम से लाइसेंस देने की मांग की थी। उन्होंने नगर निगम में इसी अर्जी भी दी थी। तौसीफ कुरैशी, हरसद चौधरी और हाजी साधु ने बताया कि वे लंबे समय से इसी काम में अपना गुजर-बसर कर रहे हैं। दुकानें सील करने से उनकी रोजी-रोटी खत्म हो जाएगी। वे निगम के लाइसेंस लेने के लिए तैयार हैं। पूर्व मेयर भूपेंद्र सिंह ने बताया कि नगर निगम इस तरह से लाइसेंस नहीं दे सकता।
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- धार्मिक स्थलों के नजदीक नहीं होंगी दुकानें, मोहलत के बाद होगी सीलिंग
- दुकानदारों को पर्दे के पीछे करना होगा मांस काटने का काम
- ग्रीन पार्क में हुई बैठक, दूर रहे नगर निगम के अधिकारी
- शुक्रवार को दुकानें सील करने पहुंची थी नगर निगम की टीम
- 500 के करीब मीट व्यापारी और दुकानदार हैं पानीपत
- 05 -06 एकड़ में शहर के बाहर बनेगा स्लाटर हाउस
- 16 दुकानों को दो दिन पहले सील करने पहुंचे थे निगमकर्मी
- 06-07 दुकानें शास्त्री नगर की कर दी गई थीं सील