जगाधरी जेल में बंद बाइक चोरी के आरोपित की मौत, आरोप- पुलिस ने बेरहमी से पीटा
जगाधरी जेल में बाइक चोरी का आरोपित बंद था। उसकी मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि पुलिस ने उसे बेरहमी से पीटा है। इसकी वजह से उसकी जान गई।
पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। बाइक चोरी के आरोप में जगाधरी जेल में बंद उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के गांव गाजदीनपुर हिमांशु उर्फ सन्नी (24) की मौत हो गई। रात को उसे छाती व पेट में दर्द हुआ। वहां से सिविल अस्पताल में रेफर कर दिया। जब तक अस्पताल में लाते उसकी मौत हो गई।
मृतक के स्वजनों का आरोप है कि स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट की टीम उसे गांव से उठाकर ले गई थी। पुलिस ने उसे बेरहमी से पीटा। जिस वजह से ही उसकी हालत बिगड़ी। जज संदीप कौर की मौजूदगी में मृतक का बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया। उन्होंने स्वजनों के बयान लिए। बिसरा जांच के लिए भेजा गया है। वहीं चिकित्सकों के मुताबिक, मृतक के शरीर में खून के थक्के बने हुए थे और कई जगह चोट के निशान थे।
मृतक के ताऊ ईश्वर सिंह ने बताया कि हिमांशु को 11 सितंबर को स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट की टीम घर से उठाकर ले गई। उसके साथ ही बाइक चोरी के आरोप में गांव से आठ और लड़कों को पकड़ा था। मंडौली व सौंहदेबांस गांव से भी कुछ लड़कों को पुलिस लेकर गई थी। आरोप है कि हिमांशु के पास से कोई बाइक नहीं मिली थी। अन्य लड़कों से बाइक भी बरामद हुई, लेकिन पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया और हिमांशु को हिरासत में रखा।
हिरासत में रखकर उसकी पिटाई की गई। जिस वजह से ही उसकी हालत बिगड़ी। पुलिस ने उन्हें सात बजे मौत की सूचना दी। शव को देखा, तो उस पर पीटने के निशान बने हुए थे। जबकि हिमांशु पूरी तरह से तंदरुस्त था। उसे कोई बीमारी भी नहीं थी। मई माह में भी सीआइए की टीम हिमांशु को बाइक चोरी के आरोप में लेकर आई थी। हालांकि उसे अगले ही दिन जमानत मिल गई थी। हिमांशु के पिता खेती करते हैं और वह इकलौता बेटा था।
आरोप गलत, हिमांशु पर पहले भी दर्ज था केस : एसडीयू इंचार्ज
स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट के इंचार्ज जोगिंद्र सिंह ने बताया कि मृतक हिमांशु के परिवार के आरोप गलत है। वह उत्तर प्रदेश के किसी व्यक्ति को बेवजह क्यों पकड़ेंगे। सूचना मिलने पर ही उसे पकड़ा गया था। हिमांशु से चोरी की बाइक बरामद हुई थी। पहले भी उस पर केस दर्ज हैं। सहारनपुर के चिलकाना थाने में भी उस पर केस दर्ज है। वह नशा भी करता था। यह बात उसने अपने डिस्कलोजर में भी लिखवा रखा थी। अब परिवार बेवजह के आरोप लगा रहा है।