सनातन धर्म मंदिर से डेढ़ साल के मासूम का अपहरण, सरेंडर कर अपहरणकर्ता ने खोला ये राज Panipat News
श्री सनातन धर्म मंदिर में चल रहे बाल उपवन केंद्र की कुक के डेढ़ साल के बेटे का अपहरण कर लिया गया। अपहरणकर्ता ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। वजह चौकाने वाली है।
पानीपत/कैथल, जेएनएन। शहर के बीचों-बीच स्थित श्री सनातन धर्म मंदिर में चल रहे बाल उपवन केंद्र की कुक भगत सिंह कालोनी निवासी बबली पत्नी संदीप का डेढ़ साल के बेटे यश का एक युवक अपहरण कर ले गया। युवक बिना नंबर प्लेट की काले रंग की मोटरसाइकिल पर आया था। आरोपित मंदिर में आता हुआ और बच्चे का अपहरण कर ले जाता हुआ सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ। वहीं आरोपित ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। उसकी पहचान गांव डोहर विकास शर्मा के रूप में हुई।
एसपी विज ने बताया कि बबली को यश एक चादर पर बैठाकर वह खाना पका रही थी। बच्चे के आसपास उनकी बेटी भी खेल रही थी। इसी दौरान आरोपित युवक आया और बच्चे के पास बैठकर उसे खिलाने लगा। यहां मंदिर में आया के रूप में काम कर रही महिलाएं भी नजदीक से निकली उन्होंने सोचा ये कुक का पति है, क्योंकि बच्चा रो नहीं रहा था। 4 बजकर 16 मिनट पर आरोपित आया और 4 बजकर 18 मिनट पर बच्चे अपहरण कर ले गया।
पांच दिसंबर को भी मंदिर में आया था आरोपित
मंदिर की प्रबंधक समिति के प्रधान रवि भूषण गर्ग ने बताया कि 5 दिसंबर की दोपहर करीब 12 बजे वह मंदिर में बैठे थे। उस समय एक युवक आया और उनसे कहने लगा कि उसे एक बच्चा गोद लेना है। उन्होंने युवक को इंकार कर दिया। इसके बाद वह मोबाइल देखता हुआ मंदिर से चला गया। उक्त युवक भी बिना नंबर प्लेट लगी काले रंग की मोटरसाइकिल पर आता हुआ सीसीटीवी कैमरे में दिखाई दे रहा है। एसपी ने वारदात के समय व पहले की वीडियो को देखा है। शक है कि 5 दिसंबर को जो युवक रवि भूषण गर्ग से मिला था उसी ने बच्चे का अपहरण किया होगा।
मासूम का अपहरण करने वाले आरोपित ने किया समर्पण
शहर के श्री सनातन धर्म मंदिर स्थित बाल उपवन केंद्र की कुक बबली के डेढ़ साल के बच्चे यश का अपहरण करने वाले आरोपित ने सिटी थाना पहुंचकर सरेंडर कर दिया। आरोपित की पहचान गांव डोहर विकास शर्मा के रूप में हुई। आरोपित ने पत्नी को संतान नहीं होने के कारण ऐसा कदम उठाया।
लव मैरिज की थी आरोपित ने
ढ़ाई साल पहले आरोपित ने बंगाल की एक महिला जो पहले से ही खरकां गांव में एक युवक के साथ शादीशुदा थी, उससे प्रेम विवाह किया। दोनों की मुलाकात माता गेट स्थित शीतला माता मंदिर में अप्रैल माह में लगने वाले नवरात्र मेले के दौरान हुई थी। इसके बाद दोनों ने घर से भागकर शादी कर ली थी, लेकिन ढ़ाई साल से कोई संतान न होने के कारण अकसर दोनों में झगड़ा रहता था। इसी के चलते आरोपित ने मंदिर से बच्चे के अपहरण की वारदात को अंजाम दिया। आरोपित युवक शहर में आरा मशीन पर काम करता है।
पुलिस दबाव के चलते आरोपित ने किया सरेंडर
एसपी विरेंद्र विज ने सिटी थाना में पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि पुलिस के दबाव के चलते आरोपित ने सरेंडर किया है। पत्नी को संतान न होने के कारण आरोपित ने इस वारदात को अंजाम दिया। 5 दिसंबर को आरोपित मंदिर में बच्चा गोद लेने के लिए गया था, वहां प्रबंधक समिति की तरफ से ढ़ाई साल बाद आने की बात कही गई। आरोपित युवक के खिलाफ केस दर्ज करते हुए पूछताछ की जा रही है।