शोले का वीरू बन 135 फीट ऊंचे मोबाइल टॉवर पर चढ़ा युवक, चाहिए था इस बात का इंसाफ
प्लाट पर कब्जा हटवाने की शिकायत पर कार्रवाई न होने से खफा युवक 135 फीट ऊंचे टावर पर चढ़ गया। सिटी थाना पुलिस एसएचओ और लोग उसे समझाते रहे बावजूद युवक टॉवर से नीचे नहीं उतरा।
पानीपत/कैथल, जेएनएन। शोले में बसंती के लिए पानी की टंकी पर चढऩे वाला वीरू तो याद ही होगा। लेकिन वो रील लाइफ थी। रीयल लाइफ में एक युवक मोबाइल टॉवर पर चढ़ गया। वो भी 135 फीट ऊंचे मोबाइल टॉवर पर। उसे कुछ और नहीं बल्कि इंसाफ चाहिए था। वो भी पुलिस प्रशासन से। इसके बाद जो हुआ उसके लिए भीड़ जुटने लगी।
शहर के फ्रांसवाला रोड पर अंबकेश्वर कालोनी के नजदीक भूमि विवाद में कार्रवाई न होने से खफा एक युवक शनिवार शाम को 135 फीट ऊंचे टॉवर पर चढ़ गया। युवक ने कार्रवाई न होने पर टॉवर से नीचे कूदकर आत्महत्या करने की धमकी दी।
ये था आरोप
आरोप है कि ढांड रोड पर मोती बाग कालोनी के नजदीक उसका आधा एकड़ का प्लॉट है, लेकिन इस पर एक व्यक्ति ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया है, जब इस बारे में सिविल लाइन थाने में शिकायत दी, तो पुलिस ने कार्रवाई करने के बजाय उसे ही प्लॉट पर न जाने की धमकी दी। बार-बार गुहार लगाने के बावजूद जब प्लॉट से कब्जा नहीं छुड़वाया तो पीडि़त युवक टॉवर पर चढ़ गया।
सोशल मीडिया पर खूब वीडियो वायरल हुआ
युवक को इतने ऊंचे टॉवर पर चढ़ा देख लोगों की भीड़ जमा हो गई। इसके बाद वाट््सएप ग्रुपों में टॉवर पर चढ़े युवक का फोटो वायरल हो गया। उसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया। सिटी थाना प्रभारी प्रदीप कुमार ने मौके पर पहुंचे।
युवक के मोबाइल पर कॉल करके बात हुई
युवक के मोबाइल पर कॉल की, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। इसके बाद फिर से कॉल की और फोन उठा लिया। एसएचओ ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया तो वे टॉवर से नीचे उतरा। युवक नीचे उतरकर जब जमीन से संबंधित कागजात दिखाने लगा तो थाना प्रभारी ने कहा कि थाने में चलो वहां मामले की जांच करेंगे।
यह है मामला
चंदाना गेट निवासी सुरेश सैनी ने बताया कि ढांड रोड मोती बाग कालोनी के नजदीक आधा एकड़ जगह में प्लाट है, जिस पर उसका हक है, लेकिन कुछ लोगों ने अवैध रूप से इस पर कब्जा कर लिया है। उसने यह प्लॉट 1993 में खरीदा था, लेकिन अजय बंसल नाम का व्यक्ति अब इस प्लाट पर दावा कर रहा है। वर्ष 1996 में कोर्ट का दिया गया फैसला भी उसके हक में है। अब वह प्लॉट पर निर्माण करना चाहता है, तो उसे रोका जा रहा है, जबकि जमीन की डिग्री एवं इंतकाल भी उसके पास है।
पुलिस पर अवैध कब्जा करने का आरोप
पुलिस कारवाई करने के बजाय अवैध कब्जा कराना चाहती है। इसे लेकर सिविल लाइन थाने में शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने इस पर कार्रवाई करने की बजाए आरोपितों का साथ दिया। उनके पास इस जमीन की रजिस्टरी एवं इंतकाल भी है। जब वे अपने प्लॉट को देखने के लिए गया तो कब्जाधारियों ने पिस्तौल दिखाकर उसे धमकाते हुए वापस भेज दिया।
प्लॉट का विवाद
आरोप है कि थाना प्रभारी बिना कागजात देखते ही उसे धमकी दे रहा है कि उसे प्लॉट देखने के लिए मत जाना। जब प्लॉट उसका है, तो क्यों रोका जा रहा है। वहीं दूसरे पक्ष के लोगों का भी दावा है कि यह प्लॉट उसका है। सुरेश के नाम कोई कागजात नहीं है। यह जमीन पिछले 25 साल से उसके नाम हैं और इसकी गिरदावरी भी है। सुरेश ने आज सिविल लाइन थाना प्रभारी पर इस मामले को लेकर अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए टॉवर पर चढ़कर अपना विरोध जताया।
थाना के चक्कर काटकर थक गया हूं, नहीं हो रही सुनवाई
टॉवर पर चढ़कर युवक सुरेश सैनी ने कहा कि वे अपनी शिकायत पर कार्रवाई को लेकर पुलिस थाना के चक्कर लगाते हुए थक गया है, लेकिन पुलिस ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की। अब वे टॉवर से नीचे कूदकर आत्महत्या करने जा रहा है, क्योंकि न्याय की उम्मीद अब पुलिस प्रशासन से नहीं है। पुलिस पीडि़त व्यक्ति को न्याय दिलाने के बजाय आरोपितों का साथ दे रही है। नीचे खड़े लोगों ने युवक को आवाज लगाते हुए व फोन कर नीचे उतरने की गुहार लगाई, लेकिन वे नीचे उतरने के बजाय बार-बार टॉवर से छलांग लगाने की धमकी दे रहा था। सिविल लाइन थाना प्रभारी बीरभान ने बताया कि प्लॉट को लेकर अब तक की गई जांच में किसी तरह का दावा सुरेश का नहीं बनता। उन्होंने कई बार कागजात दिखाने के लिए उससे कहा, लेकिन कागजात ही नहीं दिखाया, जबकि दूसरी पार्टी ने सभी कागजात दिखा दिए हैं। उन पर धमकी देने के लगाए गए सभी आरोप पूरी तरह से झूठे हैं।
सिटी थाना प्रभारी प्रदीप कुमार ने बताया कि टॉवर पर चढ़े युवक को समझाते हुए नीचे उतार लिया है। युवक की जो भी शिकायत है, उसे लेकर जांच की जा रही है।