सवा साल पहले लॉकडाउन में घर पर पौधे लगा बनाई हरी-भरी गैलरी, लगाए 600 से अधिक पौधे
ऑक्सीजन की कमी को दूर करने क लिए लोग नए-नए तरीकों से अपने घरों में बगीचे तैयार कर रहे है। इसी प्रकार पानीपत के सेक्टर 13-17 में निवासी रविंदर ने सवा साल पहले लॉकडाउन में पौधे लगाने शुरू किए।
जागरण संवाददाता, पानीपत : ऑक्सीजन की कमी को दूर करने क लिए लोग नए-नए तरीकों से अपने घरों में बगीचे तैयार कर रहे है। इसी प्रकार सेक्टर 13-17 में निवासी रविंदर ने सवा साल पहले लॉकडाउन में पौधे लगाने शुरू किए। अब घर में ही एक हरी-भरी गैलरी तैयार कर दी। वो बाल मजदूर सुरक्षा समिति के साथ जुड़कर सोशल कार्य भी कर रहे हैं। रविंदर अभी तक अपने घर पर 600 से अधिक पौधे लगा चुके हैं। रविंदर ने बताया कि पिछले साल लॉकडाउन में पौधे लगाने शुरू किए थे। अब तक 600 से अधिक पौधे लगा चुका हूं। लॉकडाउन में घर से बाहर न निकलना न पड़े, इसलिए मेडिसन, सब्जियां व एलोवेरा के पौधे लगाए गए। जिसकी आयुर्वेदिक दवाई बनाई जाती है। बनाए गए बगीचे में लेवन ग्रास भी लगाई है। जिससे हेल्थ में काफी अच्छा सुधार होता है। घर पर पौधे लगाने के बाद तैयार हरी-भरी गैलरी को देखने के लिए दूसरे लोग भी आते रहते है। इसका असर ये हुआ कि अब पड़ोसियों ने भी घर पर पौधे लगाने शुरू कर दिए। लॉकडाउन से पहले शहर के पार्कों में भी लगाए पौधे लॉकडाउन से पहले पार्कों में भी 500 से ज्यादा पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किए गए। शहर के सेक्टर13-17 के पार्क, देवीलाल पार्क, विराट नगर का पार्क आदि जगहों पर पौधे लगाए है। लॉकडाउन में बाहर निकलना बंद हुआ तो उसने अपने अभियान को जारी रखने के लिए घर पर ही पौधे लगाने शुरू कर दिए। इन प्रजातियों के लगाए हैं पौधे पौधिना, मरवा, एलोवेरा, मक्का, अजमान, मनी प्लांट, एलोवेरा मेडिसन, खंजूर, ईवेका पॉम, बोतल पॉम, मनी प्लांट, पोथो, पीपल, गुडमार्क, मरवा, तुलसी आदि के पौधे लगाए गए है। इनकी देखभाल के लिए जैविक खाद का उपयोग करवाया जा रहा है। अब दोस्तों क यहां भी करेंगे मदद रविंदर अपने ही नहीं, बल्कि दोस्तों के घर पर भी पौधे लगा रहा है। इसको लेकर दोस्तों के फोन भी आते रहते है। ऐसे में उनके यहां जाकर मेडिसन पौधे लगाने के लिए बगीचे तैयार कर रहा है ताकि उनसे आयुर्वेदिक दवाईयां तैयार की जा सके।