एक ऐसा गिरोह जो बच्चों को बनाता भिखारी, मना करने पर करता दर्दनाक हश्र
सीडब्ल्यूसी की टीम ने भीख मांग रहे बच्चों को पकड़ा। पूछताछ में पता चला कि बच्चों से एक गिरोह भीख मंगवाता है। वह चोरी और भीख मांगने पर थोड़ा रुपये देता है। नहीं देने पर पीटता है।
पानीपत, जेएनएन। पानीपत में बच्चों से भीख मंगवाने वाला गिरोह सक्रिय है। उसका सरगना भीख के बदले बच्चों को कुछ हिस्सा दे देता है और कुछ न लाने पर यातनाएं। सीडब्ल्यूसी के सदस्यों ने कुछ बच्चों को भीख मांगते पकड़ा। बच्चों ने जो बयां किया वह हैरान कर देने वाला था। सीडब्ल्यूसी सदस्यों की शिकायत के बाद पुलिस भी सतर्क हो गई है।
संजय चौक और गोहाना रोड के पास से बुधवार को पकड़े गए लड़की सहित चार बच्चों ने शरीर के जख्म दिखाते हुए गिरोह की सक्रियता से पर्दा हटाया। बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) बच्चों को सिटी थाना पुलिस को सौंप दिया ताकि, गिरोह के सरगनाओं को पकड़ा जा सके।
मोबाइल फोन चुराकर लाने पर दो सौ रुपये मिलते
सीडब्ल्यूसी की चेयरपर्सन एडवोकेट पदमा रानी ने बताया कि सामाजिक कार्यकर्ता ममता और बलिंद्र सिंह ने सूचना दी थी कि उन्होंने चार बच्चों को संजय चौक के आसपास से पकड़ा है। सूचना मिलने पर सिटी थाना पुलिस के साथ टीम मौके पर पहुंची और बच्चों को अपनी सुपुर्दगी में ले लिया। मोबाइल फोन चुराकर देने के 200 और लोहा-सिल्वर का सामान लाओगे तो 20 रुपये मिलते हैं। शाम तक चौराहों पर भीख मांगे जाने पर सुबह-शाम का खाना और 20 रुपये देते हैं।
भीख कम मिलने पर करते हैं डंडे से पिटाई
पकड़े गए भाई-बहन (उम्र 13 और 10 साल) ने बताया कि उन्हें दो युवक रोजाना कोहंड से पानीपत लाकर भीख मांगने के लिए छोड़ जाते हैं। रात्रि पहर में वापस ले जाते हैं और बदले में 20 रुपये देते हैं। बाकी पैसा छीनकर अपनी जेब में रख लेते हैं। भीख में कम पैसे आने पर डंडे से पिटाई की जाती है। दो अन्य (उम्र 11 और 14 साल) ने बताया कि खटीक बस्ती का एक कबाड़ी उनसे छोटे सामान की चोरी करने के लिए कहता है। इसकी एवज में वह 10-20 रुपये और नशे का सामान देता है। संजय चौक पर ठेली लगाने वाला युवक चोरी का मोबाइल फोन लाने पर 200 रुपये देता है।
सरगना को गिरफ्तार करने के आदेश
चेयरपर्सन पदमा रानी के मुताबिक 14 वर्षीय किशोर से नशीला पदार्थ बरामद हुआ है और वह खुद नशे में था। पुलिस को आदेश दिए गए हैं कि बच्चों को बताए गए ठिकाने पर ले जाकर गिरोह के सरगनाओं को गिरफ्तार किया जाए। बच्चों की काउंसिलिंग कराई जाएगी, इसके बाद किसी ओपन शेल्टर होम में भेजा जाएगा। इस मौके पर समिति सदस्य किरण मलिक, सरोज देवी, डॉ. मुकेश आर्य और हरिदास शास्त्री भी मौजूद रहे।
पहले भी पकड़ा गया था कबाड़ी
वर्ष 2017 में भी पुलिस ने खटीक बस्ती निवासी एक कबाड़ी को गिरफ्तार किया था। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्कालीन सचिव एवं सीजेएम मोहित अग्रवाल ने एक सूचना पर कई कबाडिय़ों के गोदामों में छापेमारी की थी। उस दौरान भी प्रकाश में आया थी कि शहर के कुछ कबाड़ी मासूमों को चंद सिक्कों और नशे का लालच देकर, चोरी करने की ट्रेनिंग देते हैं।
भीख मंगवाने वाले युवक कैमरे में कैद
ममता और बलिंद्र सिंह ने बताया कि बच्चों से भीख मंगवाने और चोरी कराने की सूचना पहले एसपी सुमित कुमार को दी गई। उन्होंने खुद को अवकाश पर बताया और डीएसपी हैड क्वार्टर सतीश वत्स को जानकारी देने को कहा। डीएसपी को सूचना देने पर सीडब्ल्यूसी सदस्य और पुलिस मौके पर पहुंची। बलिंद्र ने दावा किया कि बच्चों से भीख मंगवाने वाले दो युवकों को कैमरे में कैद कर लिया गया है। दोनों के फोटो भी पुलिस को सौंपे जाएंगे।