पानीपत में आज आएगी कोरोना वैक्सीन की 6660 डोज
सिविल सर्जन डा. संतलाल वर्मा ने बताया कि जिले में 6660 हेल्थ वर्कर्स (सरकारी-प्राइवेट) हैं। वीरवार का इतनी ही डोज आएंगी।
जागरण संवाददाता, पानीपत : राजकीय मेडिकल स्टोर करनाल में कोविशील्ड की 2.41 लाख और को-वैक्सीन की डोज पहुंच गई है। वीरवार की दोपहर तक विशेष बॉक्स और जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिग सिस्टम) लगी एंबुलेंस से 6660 डोज सिविल अस्पताल के जिला वैक्सीन स्टोर में पहुंच जाएंगी।
सिविल सर्जन डा. संतलाल वर्मा ने बताया कि जिले में 6660 हेल्थ वर्कर्स (सरकारी-प्राइवेट) हैं। वीरवार का इतनी ही डोज आएंगी। कोविड वैक्सीनेशन 16 जनवरी से पांच केंद्रों, सिविल अस्पताल, इसराना स्थित एनसी मेडिकल कालेज, सेक्टर-25 शहरी स्वास्थ्य केंद्र, सब डिविजनल अस्पताल समालखा और सीएचसी खोतपुरा में शुरू होगा। प्रत्येक केंद्र में पांच-छह कर्मचारियों की ड्यूटी रहेगी, रोस्टर वीरवार को जारी कर दिया जाएगा। हर केंद्र में 100 हेल्थ वर्कर्स का टीकाकरण करने का लक्ष्य रहेगा।
सिविल सर्जन ने बताया कि पानीपत में कोविशील्ड या कोवैक्सीन? कौन सी खेप पहुंचेगी, इसका पता डोज आने पर ही लगेगा। सभी कर्मचारियों की ट्रेनिग पूरी हो गई है। वैक्सीन केंद्र की सुरक्षा भी बढ़ाई जाएगी।
नहीं रखा कोई भेदभाव
16 जुलाई को किन हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन लगेगी? इस सवाल पर सिविल सर्जन ने कहा कि हमने कोई भेदभाव नहीं रखा है। प्रत्येक केंद्र में रोजाना 100 वर्कर्स को टीका लगेगा। इसमें सरकारी-प्राइवेट डाक्टर, नर्सिग स्टाफ, फार्मासिस्ट, लैब टैक्नीशियन, एंबुलेंस चालक, आशा, एएनएम और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को शामिल किया है। भविष्य में टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
वैक्सीन रखने की पर्याप्त जगह
अर्बन नोडल अधिकारी डा. मनीष पासी ने बताया कि सिविल अस्पताल के जिला वैक्सीन स्टोर सहित सभी 27 वैक्सीनेशन केंद्रों में 43 आइस लाइनर रेफ्रीजरेटर और 42 डीप फ्रीजर हैं। इनमें किसी भी तरह की वैक्सीन को सुरक्षित रखा जा सकता है। इनमें लाखों वैक्सीन डोज रखी जा सकती हैं।
कुरुक्षेत्र से एंबुलेंस से पहुंचेगी
डा. पासी के मुताबिक राज्य स्टोर से वैक्सीन कुरुक्षेत्र पहुंचेगी, वहां से पानीपत आएगी। जीपीएस लगी एंबुलेंस जरिए विशेष बाक्स में लाई जाएगी। 16 जनवरी को पांचों टीकाकरण केंद्रों में पहुंचाई जाएगी। प्रत्येक केंद्र पर एक एंबुलेंस खड़ी रहेगी। टीकाकरण के बाद प्रतिकूल असर पड़ने पर वर्कर को सिविल अस्पताल पहुंचाया जाएगा। ये होंगे टीकाकरण के चरण
पहला चरण : टीकाकरण के लिए आए स्वास्थ्यकर्मियों की आइडी जांच।
दूसरा चरण : टीकाकरण को आए स्वास्थ्यकर्मियों का ब्योरा दर्ज।
तीसरा चरण : पीपीई किट पहने वैक्सीनेटर ने लगाया टीका।
चौथा चरण : टीका लगवाने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को 30 मिनट निगरानी में।
पांचवां चरण : चिकित्सक जानते रहे हालचाल, वैक्सीन के लाभ बताए।
छठा चरण : टीका लगने के बाद साइड इफेक्ट होने पर इलाज।
सातवां चरण : टीकाकरण के बाद स्वास्थ्यकर्मी को कक्ष से बाहर लाना। एईएफआइ किट के साथ डाक्टर
वैक्सीन टीकाकरण के बाद बुखार, एलर्जी, सूजन (अपवाद) जैसे प्रतिकूल असर से निपटने के लिए एडवर्स इवेंट्स फालोइंग इम्युनाइजेशन (एईएफआइ) किट के साथ डाक्टर मौजूद रहेंगे। कक्ष में आक्सीजन सिलेंडर के साथ एक बेड लगाया गया है। हर केंद्र में पांच से 10 कोविड बेड आरक्षित किए गए हैं।
कुछ यूं पूरा होगा टीकाकरण
1. 16 जुलाई से जुड़े डाक्टर, नर्सिग स्टाफ आदि कर्मचारी।
2. पुलिस-प्रशासन कर्मी, नगर निगम और जनस्वास्थ्य कर्मचारी
3. 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोग, गंभीर बीमारियों से ग्रस्त रोगी।
4. 50 वर्ष से कम आयु के सभी लोग। सिविल अस्पताल में आज ड्राई रन
सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में वीरवार को पुन: ड्राई रन होगा। टीकाकरण में चूक न हो, यह इसका उद्देश्य है। सामान्य भाषा में इसे रिहर्सल कहेंगे। मॉनिटरिग टीम में डा. आलोक जैन, डा. विरेंद्र ढांड़ा, डा. अमित पोरिया, डा. राघवेंद्र, डा. केतन भारद्वाज और स्टाफ नर्स पूजा राठी को शामिल किया गया है।