66 आंगनबाड़ी केंद्र बनकर तैयार, 45 के लिए मांगा प्रस्ताव
हरियाणा सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्रों की दशा सुधारने का मन बना लिया है। वित्तीय वर्ष 2016-17 में 66 केंद्रों के निर्माण के लिए मंजूरी मिली थी। महिला एवं बाल विकास विभाग का दावा है कि सभी केंद्र बनकर तैयार हो चुके हैं। मौजूदा वित्तीय वर्ष में 45 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण होना है। ग्राम पंचायतों से प्रस्ताव मांगा गया है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : हरियाणा सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्रों की दशा सुधारने का मन बना लिया है। वित्तीय वर्ष 2016-17 में 66 केंद्रों के निर्माण के लिए मंजूरी मिली थी। महिला एवं बाल विकास विभाग का दावा है कि सभी केंद्र बनकर तैयार हो चुके हैं। मौजूदा वित्तीय वर्ष में 45 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण होना है। ग्राम पंचायतों से प्रस्ताव मांगा गया है।
जिला पानीपत में कुल 1048 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इनमें 3 से 6 वर्ष के बीस हजार से अधिक नौनिहालों का रजिस्ट्रेशन हैं। लगभग 300 केंद्र शहरी क्षेत्र में, बाकी देहात में हैं। शहरी क्षेत्र में केंद्रों के लिए भूमि नहीं होने के कारण सभी किराए के भवनों में संचालित हैं। देहात में आंगनबाड़ी केंद्र सरकारी स्कूलों, हेल्थ सब सेंटर, स्वास्थ्य केंद्र, मंदिरों और चौपालों में संचालित हैं। करीब 20 केंद्र ऐसे हैं, जो गांवों में पड़े खाली घरों में गृहस्वामी की अनुमति से चल रहे हैं। देहात क्षेत्र में केंद्रों की स्थिति बेहतर करने के लिए साढ़े छह करोड़ की लागत से 66 केंद्र बन चुके हैं। देहात क्षेत्र में 45 केंद्रों का निर्माण होना है, ग्राम पंचायतों से भूमि का प्रस्ताव मांगा गया है। भूमि मिलने पर भौतिक निरीक्षण होगा। इसके बाद टेंडर जारी कर दिए जाएंगे।
महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी सरला यादव ने बताया कि एक आंगनबाड़ी केंद्र के निर्माण पर लगभग 9 लाख 95 हजार रुपये की लागत आएगी। यह रकम मनरेगा एक्ट के फंड, विभाग और जिला परिषद के खाते से खर्च होगी । आंगनवाड़ी केंद्रों का निर्माण पंचायती राज विभाग द्वारा कराया जा रहा है।