कैथल के 58 आंगनबाड़ी केंद्र बनेंगे प्ले वे स्कूल, सरकार ने पूरी की तैयारी
ट्रेनिंग के लिए मौलिक शिक्षा विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से तीन सदस्यीय टीम का भी किया गया गठन। प्ले वे स्कूलों को लेकर स्नातक डिग्री प्राप्त किए आंगनबाड़ी वर्करों को दी जाएगी ट्रेनिंग। सरकार ने 80 से ज्यादा आंगनबाड़ी केंद्रों का कराया था सर्वे।
पानीपत/कैथल, जेएनएन। सरकार की ओर ओर से इस वर्ष जारी किए बजट के दौरान चार हजार प्ले वे स्कूल खोलने का ऐलान किया गया था। इसी ऐलान के तहत नए साल में पूरे प्रदेश में 1135 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले वे स्कूल का दर्जा दिया गया।
कैथल जिले की बात करें तो पहले चरण में 58 आंगनबाड़ी केंद्र प्ले वे स्कूल में तब्दील किया जाएगा। इसके लिए मौलिक शिक्षा विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से संयुक्त रुप से गठित टीम का गठन भी कर लिया गया है। जिनकी ओर से सरकार के आगामी आदेशों के बाद आंगनबाड़ी वर्करों कों ट्रेनिंग भी दी जाएगी। बता दें कि प्ले वे स्कूल खोलने के बाद स्नातक और स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त किए हुए आंगनबाड़ी वर्करों को प्रमोट किया जाना है, लेकिन इससे पहले सरकार की ओर से इनके चयन को लेकर ट्रेनिंग सहित अन्य कार्यक्रम चलाए जाएंगे।
ट्रेनिंग देने से पहले टीम के सदस्यों को गुरुग्राम में दिया जाएगा प्रशिक्षण
मौलिक शिक्षा विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से संयुक्त रुप से गठित टीम को भी वर्करों को ट्रेनिंग देने से पहले प्रशिक्षण दिया जाएगा। तो 15 से 20 दिन का दोनों विभागों का एक साझा कार्यक्रम होगा। इन सदस्यों के प्रशिक्षण लेने के बाद ही आंगनबाड़ी वर्करों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इस ट्रेनिंग का संचालन डाइट की ओर से किया जाएगा।
शिक्षा विभाग की प्ले वे स्कूलों को लेकर किया गया है सर्वे
आंगनबाड़ी केंद्रों को लेकर शिक्षा विभाग की प्ले वे स्कूलों को लेकर राजकीय प्राइमरी स्कूलों में स्थापित 80 से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों का प्ले वे स्कूलों के निर्माण को लेकर सर्वे किया गया था। जिसमें से 58 स्कूलों को सबसे बेहतर बताया गया था। अब प्रथम चरण में 58 स्कूलों में स्थापित आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले वे स्कूलों में तब्दील किया जाएगा।
क्या कहते हैं अधिकारी
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी दलीप सिंह ने बताया कि एनजीओ, महिला एवं बाल विकास और मौलिक शिक्षा विभाग की ओर से संयुक्त टीम का गठन किया गया है। जो वर्करों को ट्रेनिंग करवाएगी। इसके बाद सरकार के आगामी आदेशों के बाद प्ले स्कूल बन जाएंगे