समालखा में 37 स्वास्थ्य कर्मचारियों को लगाया टीका
टीका लगाने के बाद 30 मिनट तक सभी को डाक्टरों की निगरानी में रखा गया। एसएमओ संजय अंतिल ने बताया कि किसी को कोई परेशानी नहीं हुई।
जागरण संवाददाता, समालखा : स्थानीय उपमंडल अस्पताल में दूसरे दिन 37 हेल्थ वर्करों को कोरोना के टीके लगे। टीकाकरण की शुरुआत आशा वर्कर अंजू से हुई। आधा दर्जन निजी अस्पताल के डाक्टरों, दो स्टाफ नर्स, एएनएम और आशा वर्करों को टीके लगाए गए। शाम 5 बजे तक टीकाकरण का काम चलता रहा। टीका लगाने के बाद 30 मिनट तक सभी को डाक्टरों की निगरानी में रखा गया। एसएमओ संजय अंतिल ने बताया कि किसी को कोई परेशानी नहीं हुई।
वीरवार को सुबह 9:30 बजे टीकाकरण की शुरुआत कर दी गई थी। 100 हेल्थ वर्करों को एक दिन पहले मैसेज भेजा गया था। सभी को इंतजार कक्ष में बैठाया गया। बाद बारी-बारी से उनके दस्तावेजों की जांच की गई। जांच के बाद सभी को टीका लगाया गया। एसएमओ अभियान की मानीटरिग कर रहे थे। स्टाफ नर्स सुनीता ने सभी को टीका लगाया। संदीप ने सभी के दस्तावेजों की जांच की। रेणू और संतोष रोहिल्ला ने निगरानी कक्षा का कार्य संभाला। टीका लगवाने वालों की बीपी, बुखार आदि गतिविधियों की निगरानी रखी।
सुरक्षित है टीका
निजी अस्पताल के डा. आइसी गर्ग ने बताया कि कोविशिल्ड टीका बिल्कुल सुरक्षित है। अभी यह स्वास्थ्य कर्मियों के लिए उपलब्ध है। सभी को बेहिचक टीका लगवाना चाहिए। इसके फायदे ही फायदे हैं। यह शरीर को कोरोना से लड़ने के लिए एंटीबॉडी तैयार करने में मदद करता है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत रखता है। कोरोना को दूर रखने में मददगार है।
बगैर मैसेज वाले भी लगवाएं टीका
एसएमओ संजय ने बताया कि निजी अस्पताल के चिकित्सक सहित कर्मचारी कार्य दिवस के दिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक उपमंडल अस्पताल आकर कोरोना का टीका लगवा सकते हैं। उनके पास मौजूद लिस्ट के अनुसार सभी का रजिस्ट्रेशन कर उन्हें मैसेज भेजा जा रहा है। मैसेज के अतिरिक्त भी कोई स्वास्थ्य कर्मी टीका लगवाना चाहता है तो उनकी आइडी भी यहां जनरेट की जाती है। सजगता में ही उनकी सुरक्षा है।